राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तरपूर्व इलाके में हिंसा के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान का घर आग के हवाले कर दिया गया था, जिसके बाद जवान के घर के बाहर लगी नेम प्लेट को सुरक्षाबलों ने साफ किया। इस बीच कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने एक वीडियो रिट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है।
अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा, 'सोचिए कौन होंगे वो जिन्होंने बीएसएफ के उस जवान (मोहम्मद अनीस) का घर आग के हवाले कर दिया, जो हमारे घरों को आग से बचाने के लिए, अपने घर परिवार से दूर, ओडिशा के नक्सल प्रभावित इलाकों में अपनी जान की बाजी लगाकर उस समय खड़ा था? देश भक्त? अंधभक्त? (कपड़ों के बाद नाम से पहचानो)?'
दरअसल, बीएसएफ के जवानों मे दिल्ली के खजूरी खास इलाके में अनीस के घर की नेम प्लेट की सफाई की। दंगाइयों ने उनके घर पर पथराव किया और उनके घर को आग लगा दी थी। इस दौरान अनीस के पिता और उनके परिवार के सदस्यों ने खुद को बचाया था और सुरक्षित स्थान पर चले गए थे।
वहीं, बीते दिन रविवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सीएम राहत कोष से बीएसएफ कांस्टेबल मोहम्मद अनीस को 10 लाख रुपये की राहत दी। अनीस ओडिशा के नक्सल प्रभावित मलकानगिरी में तैनात हैं। वह बीएसएफ की 9वीं बटालियन में कार्यरत हैं।
सोचिए कौन होंगें वो जिन्होंने @BSF_India के उस जवान(मोहम्मद अनीस)का घर आग के हवाले कर दिया,जो हमारे घरों को आग से बचाने के लिए,अपने घर परिवार से दूर, ओडिशा के नक्सल प्रभावित इलाक़ों में अपनी जान की बाजी लगा कर उस समय खाड़ा था?देश_भक्त?अंध_भक्त?(कपडों के बाद नाम से पहचानों)? https://t.co/4uyfTjvFro— Alka Lamba - अलका लाम्बा🇮🇳 (@LambaAlka) March 2, 2020
बता दें, उत्तरपूर्व दिल्ली में हुई हिंसा के एक हफ्ते बाद स्थिति शांत पर तनावपूर्ण बनी हुई दिखाई दे रही है। इन इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। रविवार को गोकलपुरी और शिव विहार इलाके के नाले से चार और शव बरामद किए गए। हालांकि पुलिस के अनुसार यह स्पष्ट नहीं कि शवों का संबंध दंगों से है या नहीं। प्रशासन ने मौतों के आंकड़ों को जारी नहीं किया है।
दिल्ली पुलिस ने मामले में अबतक 254 प्राथमिकी दर्ज की है और 903 लोगों को हिरासत में लिया है या गिरफ्तार किया है। शस्त्र कानून के तहत 41 मामले दर्ज किए गए हैं। गत तीन दिन में उत्तरपूर्वी दिल्ली में किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है।