राजधानी दिल्ली में सोमवार को घने स्मॉग में लिपटी सुबह हुई। एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक दिल्ली के लोधी रोड में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है। गंभीर वायु प्रदूषण के मद्देनजर सम-विषम योजना सोमवार (चार नवम्बर) सुबह आठ बजे से शुरू हुई। प्रधानमंत्री कार्यालय में रविवार को प्रदूषण को लेकर उच्च स्तरीय बैठक हुई। गौरतलब है कि दिल्ली के 37 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से 21 में एक्यूआई 490 से 500 के बीच दर्ज किया गया। सीपीसीबी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 494 दर्ज किया गया जो छह नवंबर 2016 के बाद से सर्वाधिक है।
आज से ऑड-इवेन लागू
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के मद्देनजर सम-विषम योजना सोमवार (चार नवम्बर) सुबह आठ बजे से शुरू हो गई। पहले दिन दिल्ली की सड़कों पर केवल ऐसे निजी वाहन चल सकेंगे जिनके नंबर प्लेट का अंतिम अंक सम संख्या हो। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों और शहर के लिए इस नियम का पालन करें। उन्होंने सरकारी मशीनरी से भी यह सुनिश्चत करने को कहा कि पाबंदी के चलते किसी को बेकार में कोई परेशानी ना हो।
प्रदूषण स्तर ने तीन साल में सबसे खराब
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर रविवार को तीन साल में सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया और इसके कारण परेशानी झेल रहे सैकड़ों लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से इच्छा व्यक्त की कि वे खराब वायु गुणवत्ता के कारण शहर छोड़कर जाना चाहते हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 494 दर्ज किया गया जो छह नवंबर 2016 के बाद से सर्वाधिक है। उस दिन एक्यूआई 497 था। दिल्ली के 37 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से 21 में एक्यूआई 490 से 500 के बीच दर्ज किया गया। आया नगर, अशोक विहार, आनंद विहार और अरविंदो मार्ग में शाम सात बजे वायु गुणवत्ता सर्वाधिक खराब दर्ज की गई।
एनसीआर का भी बुरा हाल
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक्यूआई फरीदाबाद में 493, नोएडा में 494, गाजियाबाद में 499, ग्रेटर नोएडा में 488 और गुड़गांव में 479 रहा। सरकार की वायु गुणवत्ता निगरानी इकाई ‘सफर’ ने बताया कि शहर का समग्र एक्यूआई शाम करीब पांच बजे सर्वाधिक 708 पर पहुंच गया जो कि शून्य से 50 के सुरक्षित स्तर से 14 गुणा अधिक है। एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है।
पीएमओ में हुई बैठक
दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण के गहराते संकट से निपटने के लिये किये जा रहे उपायों और हवा की गुणवत्ता में लगातार गिरावट के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव और कैबिनेट सचिव ने रविवार देर शाम उच्च स्तरीय बैठक की है। इस बैठक में दिल्ली के अधिकरियों के अलावा पंजाब और हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए हिस्सा लिया।
इस दौरान एनसीआर और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में गंभीर वायु प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा की गई। वहीं, कैबिनेट सचिव दैनिक आधार पर इन राज्यों की स्थिति की निगरानी करेंगे। राज्यों के मुख्य सचिवों को लगातार अपने-अपने राज्यों के विभिन्न जिलों में स्थिति की निगरानी करने के लिए कहा गया है।
इसके अलावा वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में लगभग 300 टीमें को लगाई गई हैं। वही, आवश्यक मशीनें राज्यों में वितरित की गया है। साथ ही साथ एनसीआर में सात इंडस्ट्रियल क्लस्टर और प्रमुख यातायात गलियारों पर ध्यान दिया गया है। केंद्र प्रदूषणकारी इकाइयों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और निर्माण गतिविधियों के अलावा कचरे न जले इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है।