नई दिल्ली: राज्य चुनाव आयोग शुक्रवार शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इस दौरान आयोग दिल्ली एमसीडी चुनाव की घोषणा कर सकता है। दिल्ली में नगर निकाय चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है। भाजपा केजरीवाल सरकार पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाती रही है। भाजपा ने आरोप लगाया कि पिछले 8 वर्षों में आप सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह विफल रही और दिल्ली के इतिहास में सबसे भ्रष्ट सरकार है।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने साल के अंत में होने वाले नगर निगम चुनाव से पहले शहर के 10 लाख से ज्यादा परिवारों से संपर्क साधने के लक्ष्य से हाल ही में 'हर घर संपर्क' अभियान शुरू किया है। वहीं, जहांगीरपुरी के आजादपुर वार्ड से अभियान की शरूआत करते हुए भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि उनकी पार्टी 'स्वच्छ इरादों' के साथ दिल्ली की जनता की सेवा करने को प्रतिबद्ध है।
इस बीच आप ने दावा किया कि भ्रष्टाचार में कथित संलिप्तता के कारण आगामी एमसीडी चुनावों में भाजपा ने 2017 की तरह ही अपने मौजूदा पार्षदों को मैदान में नहीं उतारने का फैसला किया है। जहां एमसीडी चुनावों के लिए आप प्रभारी दुर्गेश पाठक ने भाजपा पार्षदों पर 35,000 करोड़ रुपये "हड़पने" का आरोप लगाया तो वहीं दिल्ली भाजपा ने पलटवार करते हुए पाठक पर खबरों में बने रहने के लिए "कहानियां गढ़ने" का आरोप लगाया।
एमसीडी चुनाव 2022 अप्रैल में होने थे और दिल्ली के तत्कालीन निर्वाचन आयुक्त एस के श्रीवास्तव आठ मार्च को कार्यक्रम की घोषणा करने वाले थे। लेकिन चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से कुछ घंटे पहले केंद्र की तीन पूर्ववर्ती नगर निगमों को फिर से जोड़ने की योजना के कारण इस पर रोक लगा दिया गया। मई में केंद्र द्वारा नगर निगमों का पुन: एकीकरण किया गया था और वार्डों के परिसीमन की कवायद जुलाई में शुरू की गई थी।
(भाषा इनपुट के साथ)