Delhi Assembly speaker: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक और दिल्ली विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सोमवार को नवगठित दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए हैं। रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का उम्मीदवार नामित किया गया था। आप ने समर्थन किया और निर्विरोध चुने गए। रोहिणी से तीसरी बार विधायक चुने गए गुप्ता ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, भाजपा नेतृत्व और दिल्ली की जनता को शुक्रिया अदा किया। नवगठित आठवीं दिल्ली विधानसभा में भाजपा के 48 विधायक हैं, जबकि विपक्षी ‘आप’ के 22 विधायक हैं। विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव सदन के सदस्यों द्वारा किया जाता है।
Delhi Assembly speaker: कौन हैं विजेंद्र गुप्ता?-
14 अगस्त 1963 को जन्मे विजेंद्र गुप्ता श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1980 में जनता विद्यार्थी मोर्चा से की और बाद में 1995 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। उनकी चुनावी सफलता 1997 में शुरू हुई जब उन्हें दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में पार्षद के रूप में चुना गया।
कानून और सामान्य प्रयोजन समिति के अध्यक्ष और हाउस टैक्स समिति के उपाध्यक्ष सहित प्रमुख पदों पर कार्य किया। उन्हें रोहिणी के 'गुप्ता जी' के रूप में जाना जाता है, जो तब भी भाजपा के लिए जीत हासिल करने में कामयाब रहे जब 2015 में पार्टी सिर्फ तीन विधायकों तक सिमट गई थी और तब आप का मजाक यह था कि विपक्ष को बाइक पर बैठाया जा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को 27 साल से अधिक समय के बाद दिल्ली में सरकार बनाई। रेखा गुप्ता ने राष्ट्रीय राजधानी की नई मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। रामलीला मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में छह मंत्रियों ने भी शपथ ली।
नवगठित दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 26 वर्षों के बाद सत्ता में वापसी हुई तथा उसके विधायक सदन में विधानसभा अध्यक्ष के आसन के दाहिने ओर बैठे। सत्र शुरू होने से पहले राज निवास में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली को ‘प्रोटेम स्पीकर’ (अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष) के रूप में शपथ दिलाई। सबसे वरिष्ठ विधायक होने के नाते लवली सभी नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण की देखरेख करेंगे। सबसे पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शपथ ली।
फिर उनके मंत्रिमंडल के छह मंत्रियों ने शपथ ली और फिर शेष विधायकों ने शपथ ली। कार्यवाही की शुरुआत विधायकों ने ‘वंदे मातरम’ के साथ की। सत्र की कार्यवाही देखने के लिए भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा विधानसभा अध्यक्ष दीर्घा में मौजूद थे। भाजपा ने पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनावों में 70 में से 48 सीट जीतकर निर्णायक जीत हासिल की।
आम आदमी पार्टी (आप) के एक दशक लंबे शासन को समाप्त कर दिया। सत्ता में वापसी के साथ ही भाजपा के विधायक सदन में अब विधानसभा अध्यक्ष के आसन के दाईं ओर बैठे, जबकि 22 सीट जीतने वाली आप के सदस्य विपक्ष के लिए निर्धारित स्थान पर, अध्यक्ष के आसन के बाईं ओर बैठे। आप विधायकों ने सर्वसम्मति से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना है।