Delhi AQI Today: देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण से किसी तरह की राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। शहर में चारों तरफ हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में है और तो और धुंध के कारण दृश्यता जीरो है। वहीं, दिल्ली एनसीआर के इलाके भी हवा की खराब गुणवत्ता में सांस ले रहे हैं।
पीटीआई ने शनिवार को एक आधिकारिक आदेश का हवाला देते हुए बताया कि वायु प्रदूषण की खतरनाक दरों के बीच, नोएडा के सभी स्कूल 27 नवंबर तक ऑनलाइन संचालित होंगे। क्षेत्र में वायु गुणवत्ता के हानिकारक स्तरों को देखते हुए पिछले सप्ताह जिला प्रशासन द्वारा भौतिक कक्षाओं को निलंबित कर दिया गया था।
धर्मवीर सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) द्वारा जारी आदेश में कहा, "दिल्ली-एनसीआर के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के गंभीर श्रेणी (450 AQI) तक पहुंचने के कारण प्री-स्कूल से कक्षा 12 तक की भौतिक कक्षाओं को बंद करने के संबंध में 18 नवंबर को गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा दिए गए निर्देशों के मद्देनजर, जिला गौतम बुद्ध नगर के सभी स्कूलों को 25 नवंबर तक उपरोक्त आदेश का पालन करने का निर्देश दिया जाता है।"
बीते शनिवार को, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की शाम 4 बजे की बुलेटिन के अनुसार, शनिवार को दिल्ली का औसत AQI 412 दर्ज किया गया, जिससे यह देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया। शाम 7 बजे तक, 17 स्टेशनों ने गंभीर वायु गुणवत्ता की सूचना दी, जिसमें वजीरपुर 440 AQI के साथ सबसे प्रदूषित रहा।
शनिवार को सुबह और शाम के समय धुंध और स्मॉग की मोटी परत ने शहर को ढक लिया, जिससे दृश्यता कम हो गई। सफदरजंग में सुबह 6.30 बजे तक न्यूनतम दृश्यता 300 मीटर दर्ज की गई, जबकि पालम में दृश्यता 800 मीटर थी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 27 नवंबर तक मध्यम कोहरा रहने की संभावना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, शनिवार को दिल्ली में सुबह 6 किलोमीटर प्रति घंटे से कम की हवा की गति देखी गई, जिसके बाद हवाएँ शांत हो गईं। CPCB के अनुसार, 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम की औसत हवा की गति प्रदूषकों के फैलाव के लिए प्रतिकूल है। तापमान में गिरावट और कोहरे की वजह से भी प्रदूषक वातावरण में फंसे रहे।
IMD के अनुसार, दिन का तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसमी औसत से चार डिग्री अधिक है। शनिवार को न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सामान्य के करीब था। दिन के दौरान आर्द्रता का स्तर 96 और 66 प्रतिशत के बीच उतार-चढ़ाव करता रहा।