नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही है। इसी के मद्देनजर अब, हेल्थ एक्सपर्ट ने सुझाव दिया है कि लोग अब मास्क पहने और जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकले।
यही नहीं जरुरत पड़ने पर लोग डॉक्टर से भी सलाह ले रहा है, क्योंकि दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत ही खराब श्रेणी में चला गया है। वहीं, अभी के एक्यूआई की बात करें तो वह 411 पर सीपीसीबी ने मापा है।
दिल्ली-एनसीआर अभी के एक्यूआई में काफी बढ़ोतरी हो गई है, जिससे परिस्थितियां हर रोज काफी खराब होती जा रही है। इसलिए एलएनजीपी अस्पताल के मेडिकल डॉक्टर सुरेश कुमार ने कहा है कि मास्क का इस्तेमाल करें और जब कभी जरूरत हो तो ही घर से बाहर निकले।
उन्होंने आगे कहा कि अस्पताल में 25 से 30 मरीज इमरजेंसी विभाग में आ ही रही है, उन्हें अधिकतर सांस लेने में दिक्कत, खांसी, जुकाम, आंखों में जलन की शिकायत है।
वहीं, एम्स के पूर्व निदेशक और वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट रणदीप गुलेरिया ने कहा, दूसरे डॉक्टरों के सुझावों पर सहमति जताते हुए उन्होंने कहा कि घर से जब भी निकले तो मास्क पहनकर ही जाएं।
उन्होंने आगे कहा कि सबसे ज्यादा जोखिम महिलाओं और बच्चों के लिए हैं। हृदय की समस्या, रोग से लड़ने की कम क्षमता, इसके अलावा कुछ लोगों को इस बीच ज्यादा सावधानी रखने की जरुरत है। डॉक्टर गुलेरिया के मुताबिक, दिन के दौरान घर से बाहर निकलना चाहिए क्योंकि धूप में, जमीनी स्तर पर प्रदूषण तुलनात्मक रूप से कम होता है।
एयर प्यूरीफायर अस्थायी हल- डॉक्टर गुलेरियाइसके साथ ही गुलेरिया ने कहा कि बुजुर्ग व्यक्तियों को मॉर्निंग वॉक पर जाने से भी मना किया है। इसके अलावा शाम में भी वे निकलने से बचें। उन्होंने कहा एयर प्यूरीफायर अस्थायी हल है, जबकि प्रदूषण का कोई स्थायी हल नहीं निकल पाया है।