लद्दाख: भारत व चीन सीमा पर जारी तनाव को कम करने के चल रहे प्रयासों के बीच देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लेह व लद्दाख के अग्रिम चौकी पर दौरा करने के लिए पहुंचे हैं।
अपने दो दिवसीय लेह और जम्मू-कश्मीर दौरे के पहले दिन लेह में चीन सीमा पर LAC के करीब बनी भारतीय सेना की अग्रीम चौकी पर पहुंचे राजनाथ सिंह ने चीन को दो टूक कहा है कि दुनिया की किसी भी ताकत को देश की एक भी इंच जमीन पर कब्जा नहीं करने देंगे।
हमारे लिए देश का स्वाभिमान सबसे ऊपर है और इससे कोई समझौता नहीं होगा। हमारे सैनिकों की शहादत बेकार नहीं जाएगी और हमें उनके शौर्य पर गर्व है।
चीन सीमा पर बनी अग्रीम चौकी लुकुंग पहुंचकर राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना, बिहार रेजीमेंट और आईटीबीपी जवानों से मुलाकात की और उनको संबोधित किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हाल ही में जो भारतीय और चीनी सेना के जवानों के बीच PP14 पर जो हुआ और कैसे कुछ जवानों ने अपनी शहादत दी उसे भूलाया नहीं जा सकता।
मुझे आज आप लोगों से मिलकर खुशी हो रही है साथ ही दुखी भी हूं क्योंकि हमारे कुछ जवानों ने शहादत दी है। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देता हूं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज सुबह लेह पहुंचे-
भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण स्थितियों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) आज सुबह लेह (Leh Ladakh) पहुंचे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे भी हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने दो दिवसीय दौरे पर हैं। जिसके दौरान वह लद्दाख और जम्मू-कश्मीर जाएंगे। अपने दौरे के पहले दिन आज वह लेह पहुंचे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल (18 जुलाई) को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे के साथ श्रीनगर जाएंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवाणे के लेह हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल और सेना की 14वीं कोर के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
LAC भारत-चीन गतिरोध के बाद राजनाथ सिंह का लद्दाख का यह पहला दौरा है
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह देश की सैन्य तैयारियों का जायजा लेने और समग्र स्थिति की समीक्षा भी करेंगे। राजनाथ सिंह का यह दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब भारत और चीन तनातनी वाले स्थानों से सैनिकों को पूरी तरह पीछे हटाने के लिए एक कार्ययोजना को अंतिम रूप देने की ओर बढ़ रहे हैं। भारत और चीन की सेनाओं के बीच पांच मई को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गतिरोध शुरू होने के बाद से राजनाथ सिंह का लद्दाख का यह पहला दौरा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन जुलाई को लद्दाख का औचक दौरा किया था। पीएम मोदी ने अपने दौरे के दौरान सैनिकों को संबोधित किया था और सीमा पर जारी गतिरोध से सख्ती से निपटने का संकेत दिया था।