नई दिल्ली, 22 अप्रैल: 13 अप्रैल से आमरण अनशन पर बैठी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपना अनशन खत्म कर दिया है। कठुआ-उत्राव गैंगरेप और देश की बाकी दुष्कर्म पीड़िताओं को इंसाफ दिलाने के लिए स्वाति मालीवाल अनशन पर बैठी थीं। अनशन तोड़ने के बाद स्वाति ने कहा है- 'मैं अकेले लड़ रही थी, लेकिन फिर मुझे पूरे देश के लोगों का समर्थन मिला। मुझे लगता है कि ये स्वतंत्र भारत की एक ऐतिहासिक जीत है। इस जीत के लिए मैं सभी को बधाई देना चाहती हूं।'
नौ दिन से अनशन पर बैठी महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने शनिवार (21 अप्रैल) को अपना अनशन खत्म करने के बारे में जानकारी दी थी। स्वाति मोदी सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में पोस्को एक्ट के लेकर जारी हुए अध्यादेश के बाद स्वाति ने अनशन तोड़ने का फैसला किया था। रेप की घटनाओं के विरोध में स्वाति मालीवाल ने 13 अप्रैल को राजघाट पर अपना अनशन शुरू किया था। बलात्कारियों के खिलाफ सख्त कानून के तत्काल क्रियान्वयन की मांग कर रही थी। स्वाति मालीवाल के इस अनशन को कई नेताओं का समर्थन मिला था।