नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अर्धसैनिक बलों से अधिकारियों के रूप में ट्रांसजेंडरों की भर्ती करने के बारे में राय मांगी थी, जिसके बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उसका कहना है कि वह अनुकूल माहौल बनाने के लिए भर्ती करने के लिए तैयार है। बता दें, ट्रांसजेंडर लोगों को थर्ड जेंडर की मान्यता दी गई है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सीआरपीएफ ने कहा है, 'हम माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की भावना को पूरी तरह से महत्व देते हैं। सीआरपीएफ में पहले से ही जेंडर न्यूट्रल काम का माहौल है। गृह मंत्रालय के नीतिगत दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए, हम इसे जरूरत के अनुसार आगे अनुकूल बनाएंगे।' सीआरपीएफ का यह कदम 15 अप्रैल, 2014 को सुप्रीम कोर्ट की ओर से ट्रांसजेंडर लोगों को थर्ड जेंडर घोषित करने के फैसले के संदर्भ में है। इसके बाद, संसद ने 2019 में द ट्रांसजेंडर व्यक्तियों (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम पारित किया था।
बीएसएफ ने किया स्वागत
सीआरपीएफ दूसरा बल है, जिसने गृहमंत्रालय के प्रश्न का सकारात्मक जवाब दिया है। इससे पहले, बीएसएफ ने अपने जवाब में कहा गया था कि वह आवश्यक बदलाव करने के लिए तैयार है और सहायक कमांडेंट-स्तर पर बल में शामिल होने के लिए ट्रांसजेंडर लोगों की मदद के लिए भर्ती नियमों में संशोधन का सुझाव दिए हैं। बताया जा रहा है कि अन्य बल से भी इसी तरह का सकारात्मक जवाब मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
एक महीने पहले गृह मंत्रालय ने भेजा था पत्र
एक गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, 'लगभग सभी बलों में आम सहमति है कि ट्रांसजेंडर लोगों को समान अवसर मिलना चाहिए। ITBP और SSB भी एक सकारात्मक प्रतिक्रिया भेजने जा रहे हैं। यह कैसे लागू किया जाना चाहिए, यह समझने के लिए बड़े पैमाने पर सुझाव मांगे जा रहे हैं।' एक महीने पहले भेजे गए एक पत्र में गृह मंत्रालय ने CRPF, BSF, SSB, CISF और ITBP के कार्मिक विभागों से इस विषय पर उनके राय मांगी थी। दो हफ्ते पहले सूत्रों ने बताया था कि बीएसएफ ने अपना जवाब भेजते हुए कहा था कि वह इस तरह के कदम का स्वागत करती है।