विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर अपनी बात रखी है। एक कार्यक्रम के दौरान सीपी जोशी ने कहा कि राज्य सरकार चाहकर भी सीएए में किसी तरह की दखलअंदाजी नहीं कर सकती। सीएए लागू करने का फैसला केंद्र सरकार है, जिसे राज्य सरकार को हर हाल में मानना ही होगा। बता दें कि कांग्रेस शासित प्रदेश में सीएए लागू करने पर कांग्रेस नेता लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं।
हालांकि, अपने बयान के दौरान सीपी जोशी ने संविधान का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र के फैसले पर राज्य सरकार विरोध नहीं जता सकती। सीपी जोशी से पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव भैयाजी जोशी ने भी सीएए को लेकर देश में गलत जानकारियां देने जाने पर अफसोस जाहिर किया था। जोशी ने अपने बयान में कहा था कि सरकार ने बार-बार इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण दिया है लेकिन अलग-अलग समूह अब भी इसके खिलाफ माहौल तैयार कर रहे हैं। संसद ने इस कानून को पारित किया है और सब को इसे स्वीकार्य करना चाहिए।
उन्होंने अपने बयान में कहा था कि पूर्व में भी सरकारों ने नागरिकता कानून में संशोधन किया है। जोशी ने लोगों से गलत जानकारियों से बचने की अपील की। यह देश के लिए अनिवार्य है कि कोई भी विदेशी यहां न रहे। यह अधिनियम सिर्फ पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के हिंदुओं को ही नहीं बल्कि जैन, सिख, बौद्ध और ईसाईयों को भी नागरिक बनने की अनुमति देता है। इसलिए अशांति फैलाना अच्छा नहीं है।