नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) से जारी जंग में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) दवा के भारत से निर्यात की मांग करने वाले देशों की लिस्ट में अब ब्राजील भी शामिल हो गया है। दिलचस्प बात ये भी है कि ब्रजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसेनारो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दवा के निर्यात की मांग लेकर लिखी चिट्ठी में रामायण का भी जिक्र किया है।
दरअसल, 30 से अधिक देश भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की मांग कर चुके हैं। इसमें अमेरिका भी शामिल है। बहरहाल, पीएम मोदी को लिखे पत्र में ब्राजीलियाई राष्ट्रपति ने कहा- 'जैसे भगवान हनुमान भगवान राम के भाई की जान बचाने के लिए हिमालय से पवित्र बूटी लेकर आये थे, और यीशु ने बार्टेमेयू की दृष्टि को ठीक किया वैसे ही भारत और ब्राजील भी इस वैश्विक संकट से एक साथ उबरने में कामयाब होंगे।'
पीएम मोदी ने जेयर बोलसोनारो संग की थी बात
बता दें कि कोविड-19 (COVID-19) को लेकर बीते शनिवार (4 अप्रैल) को पीएम मोदी और राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने फोन पर बात की थी, जिसका जिक्र पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में भी किया था। उन्होंने ट्वीट किया था कि- मैंने ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के साथ कोरोना वायरस महामारी को लेकर बातचीत की और इस दौरान हमने इस मुद्दे पर चर्चा की कि कैसे हम इसके खिलाफ लड़ाई लड़ सकते हैं।
इसके अलावा पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति को हर संभव समर्थन का आश्वासन दिया है और सहमति व्यक्त की कि दोनों देशों के अधिकारी कोविड-19 स्थिति की उभरती चुनौतियों के संबंध में नियमित संपर्क में रहेंगे और एक-दूसरी की मदद करेंगे। बता दें कि ब्राजील में कोरोना वायरस ने अब तक 5 हजार लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है, जिसकी वजह से यहां कुल 127 मौतें हो चुकी हैं।
नम्र पड़ें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
वहीं, फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर भी तब बदल गए जब भारत ने एंटी-मलेरिया ड्रग हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन पर कुछ समय पहले लगाई गई रोक को अब खारिज कर दिया। भारत द्वारा इस रोक को खारिज करने के बाद अब अमेरिका को भी यह एंटी-मलेरिया ड्रग निर्यात किया जाएगा। ऐसे में ट्रंप का बयान आया है। उन्हें जब इस मामले के बारे में पता चला तो उन्होंने कहा कि मोदी एक वाकई महान व्यक्ति हैं।
अपनी बात को जारी रखते हुए ट्रंप ने कहा कि अपनी जरूरत के लिए भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर रोक लगाई थी। मगर जब मैंने उनसे (पीएम मोदी) से पूछा कि क्या वो हमें दवा देंगे तो उन्होंने मदद करने का आश्वासन दिया। मोदी वाकई महान हैं। वह हमारी मदद करेंगे। हालांकि, कुछ समय पहले जब भारत ने इस दवा के निर्यात पर रोक लगाई थी तो ट्रंप ने कहा था कि अगर भारत हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई नहीं करता है तो उचित कार्रवाई की जाएगी। उनके इस बयान की वजह से भारत में काफी विवाद हुआ था।