पुणेः महाराष्ट्र में कोरोना कहर बरपा रहा है। मुंबई, पुणे में हालात सबसे खराब है। पुणे में आज 4 और लोगों की मौत हो गईं। सभी को कोरोना वायरस के लिए पॉजिटिव पाया गया था। पुणे में अब तक वायरस से कुल 38 लोगों की मौत हो चुकी है।
जिले में कोविड-19 संक्रमित लोगों की संख्या 350 हो गई है। मुंबई के बाद राज्य का दूसरा सबसे प्रभावित जिला पुणे है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण अबतक 38 लोग दम तोड़ चुके हैं। पुणे महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नगर निकाय के तहत आने वाले इलाके से 34 मामले सामने आए हैं, जबकि पिंपरी-चिंचवड से चार लोगों को कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है।
पुणे में एक निजी मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल की एक नर्स के कोरोना वारयस से संक्रमित होने के बाद उनकी 30 सहकर्मियों को पृथक वास में भेज दिया गया है। रूबी हॉल क्लिनिक की 45 वर्षीय नर्स के शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।
अस्पताल के निदेशक, डॉ संजय पठारे ने रविवार को बताया कि जनरल वार्ड में काम करने वाली नर्स छुट्टी पर थीं और जब काम पर लौटीं तो उनमें कोरोना वायरस संक्रमण के मामूली लक्षण थे। इसके बाद उनके नमूने की जांच कराई गई जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में उनके साथ काम करने वाली 25 से 30 नर्सों को एहतियातन पृथक वास में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया पीड़िता की हालत स्थिर है। इस बीच, ठाणे जिले के भिवंडी शहर में 62 वर्षीय बुजुर्ग के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
एक अधिकारी ने बताया कि वह ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हैं जो दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुआ था। भिवंडी-निजामपुर महानगरपालिका के चिकित्सा अधिकारी डॉ जयंत धुले ने बताया कि बुजुर्ग जिले में मुंब्रा गए थे जहां वह उस शख्स के संपर्क में आए जिसने निमाजुद्दीन में हुए कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। अधिकारी ने बताया कि उन्हें मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनके परिवार के नौ सदस्यों को पृथक वास में भेज दिया गया है।