कांग्रेस की समस्या का हल, इस फॉर्मूले से होगी पार्टी अध्यक्ष की नियुक्ति!
By हरीश गुप्ता | Updated: July 13, 2019 07:35 IST2019-07-13T07:34:53+5:302019-07-13T07:35:34+5:30
सीडब्ल्यूसी की बैठक अगले हफ्ते संभावित है. पार्टी का शीर्ष संगठन सीडब्ल्यूसी ही ताजा संकट में हर फैसला लेने के लिए सबसे ज्यादा अधिकार रखता है. सीडब्ल्यूसी की बैठक वरिष्ठतम महासचिव मोतीलाल वोरा या मुकुल वासनिक (महासचिव-संगठन) द्वारा बुलाई जा सकती है.

50 दिन पुराना नेतृत्व का संकट अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद उठ खड़ा हुआ था.
कर्नाटक में गहराते राजनीतिक संकट के बीच 150 साल पुरानी पार्टी कांग्रेस में शीर्ष नेतृत्व के मसले को हल करने के लिए एक फॉर्मूले पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक 1+4 (वन प्लस फोर) के फॉर्मूले को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसके तहत पार्टी में एक अंतरिम अध्यक्ष की नियुक्ति कर मदद के लिए चार उपाध्यक्षों को तैनात किया जाएगा.
50 दिन पुराना नेतृत्व का संकट अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद उठ खड़ा हुआ था. गांधी परिवार के सदस्यों (सोनिया गांधी, राहुल, प्रियंका) और परिवार के वफादारों (ए.के. एंटनी, डॉ. मनमोहन सिंह) सहित कुछ अन्य वरिष्ठजनों के साथ चर्चाओं के दौर के बाद वन प्लस फोर के फॉर्मूले पर सहमति बनती दिखाई दे रही है. इस फॉर्मूले के तहत पार्टी के संविधान के मुताबिक नये अध्यक्ष का चयन किए जाने तक कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) एक अंतरिम अध्यक्ष की नियुक्ति करेगी.
सीडब्ल्यूसी की बैठक अगले हफ्ते संभावित है. पार्टी का शीर्ष संगठन सीडब्ल्यूसी ही ताजा संकट में हर फैसला लेने के लिए सबसे ज्यादा अधिकार रखता है. सीडब्ल्यूसी की बैठक वरिष्ठतम महासचिव मोतीलाल वोरा या मुकुल वासनिक (महासचिव-संगठन) द्वारा बुलाई जा सकती है.
खड़गे का नाम चर्चा में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के इंकार और प्रियंका गांधी के भी तैयार नहीं होने के बाद अंतरिम अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सबसे आगे चल रहा है. ए.के. एंटनी यह पद स्वीकारने से पहले ही इंकार कर चुके हैं और दावेदारों में से सुशील कुमार शिंदे काफी पीछे हो गए हैं.
खड़गे के नाम पर मुहर लगने के बाद चार क्षेत्रों उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम के लिए उपाध्यक्षों की नियुक्ति होगी. सूत्रों के मुताबिक पिछले सप्ताह अपने विश्वासपात्रों के साथ बैठक में राहुल गांधी ने यह विचार रखा था. यह हो सकते हैं उपाध्यक्ष संभावना है कि प्रियंका गांधी को उत्तर, गौरव गोगोई को पूर्व, मुकुल वासनिक या ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिम और के.सी. वेणुगोपाल को दक्षिण क्षेत्र का प्रभारी उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है.
वेणुगोपाल लोकसभा चुनावों के दौरान केरल और तमिलनाडु के प्रभारी थे, जहां कांग्रेस का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा था. प्रियंका के इंकार की स्थिति में सैलजा कुमारी उपाध्यक्ष बन सकती हैं. अमरिंदर का इंकार सूत्रों के मुताबिक अंतरिम अध्यक्ष के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का भी नाम चर्चा में आया था.
अमरिंदर ने स्वास्थ्य का हवाला देने के साथ-साथ मुख्यमंत्री पद छोड़ने से इंकार कर दिया था. पार्टी में कई नेताओं की राय में भाजपा को करारा जवाब देने के लिए अमरिंदर सिंह एक अच्छा विकल्प हैं.