नरेन्द्र मोदी के मुख्यमंत्री रहते गुजरात सरकार में स्वास्थय मंत्री रहे जयनारायण व्यास ने नए आरबीआई गवर्नर के नियुक्ति पर आपति जताई है। उन्होंने कहा है कि आरबीआई के गवर्नर को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की अच्छी समझ होनी चाहिए। लेकिन नए गवर्नर एक आइएएस अधिकारी हैं जिन्होंने मास्टर की डिग्री इतिहास में प्राप्त की है।
उन्होंने आगे कहा कि वो नए गवर्नर का आदर करते हैं। और इसके साथ ही उनसे सहानुभूति भी रखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें आरबीआई रिज़र्व जैसे मुद्दों को सरकार के साथ सुलझाना है जबकि वो अपने रिटायरमेंट के काफी नजदीक थे।
हाल ही में आरबीआई के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया था। ऐसा बताया जा रहा था कि सरकार और उर्जित पटेल के बीच कई मुद्दों पर मतभेद थे। जिनमें सबसे बड़ा मुद्दा आरबीआई के रिज़र्व को लेकर था। इसके साथ ही सरकार आरबीआई के उस फैसले से भी नाराज थी जिसमें उसने बैंकों के लिए लोन वितरण की प्रक्रिया को कठिन बना दिया था।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पीएनबी घोटाले के लिए भी आरबीआई की आलोचना की थी। अब अपनी ही पार्टी के नेता द्वारा नए गवर्नर पर तंज कसना मोदी सरकार की किरकिरी करा सकता है।
आरबीआई के नए गवर्नर शक्तिकांत दास पूर्व वित्त सचिव हैं। इन्होनें नोटबंदी की तारीफ की थी। इन्हें सरकार का करीबी बताया जा रहा है।