कोलकाता:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए धरने पर बैठने का एलान किया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार बार-बार बंगाल को अंदेखा कर रहा है, ऐसे में वे इसके विरोध में धरना करने जा रही है। बताया जा रहा है कि सीएम ममता बनर्जी कोलकाता में अंबेडकर प्रतिमा के सामने दो दिवसीय धरना पर बैठेंगी।
आपको बता दें कि सीएम ममता ने बयान तब दिया है जब वे तीन दिवसीय ओडिशा के दौरे के लिए निकली है। वे ओडिशा जाकर पुरी के मंदिर में पूजा अर्चना करेंगी और साथ में वहां के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगी।
29 औ 30 मार्च को सीएम ममता देंगी धरना
बताया जा रहा है कि सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर यह आरोप लगाया है कि उनके राज्य को पैसा नहीं दिया जा रहा है। उनके अनुसार, सरकार के पास 100 दिनों के रोजगार के पैसों के साथ कई और योजानाओं के पैसे भी बाकी है, ऐसे में उनका आरोप है कि केंद्र सरकार ने इन पैसों का भुगतान नहीं किया है और वह राज्य को नजरअंदाज कर रहा है।
इस पर बोलते हुए सीएम ने कहा है कि “पश्चिम बंगाल एकमात्र ऐसा राज्य है जिसे केंद्र से कुछ भी नहीं मिला है। इसने हमें हमारा बकाया पैसा नहीं दिया है। इस साल के केंद्रीय बजट में भी हमारे राज्य के लिए कुछ नहीं था।” मामले में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने आगे कहा है कि “इसलिए, मैं मुख्यमंत्री के रूप में बंगाल के प्रति केंद्र के भेदभाव के विरोध में 29 मार्च से कोलकाता में डॉ बी. आर. आंबेडकर की प्रतिमा के नीचे धरना प्रदर्शन करूंगी और इसे 30 मार्च की शाम तक जारी रखूंगी।”
कई बार मांगने पर भी अभी तक नहीं मिला है पैसा
मामले में बोलते हुए सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा है कि “मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बंगाल का बकाया चुकाने की अपील की है। जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जब कोलकाता आए थे तो उन्होंने भी बकाया देने की बात कही थी। लेकिन उनमें से किसी ने काम नहीं किया। लिहाजा मैं केंद्र के खिलाफ धरने पर बैठने को मजबूर हूं।”
सीएम ममता ने यह दावा किया है कि केंद्र ने मनरेगा परियोजना और आवास तथा सड़क विभागों की अन्य पहलों के लिए धन जारी नहीं किया है, ऐसे में वह धरना देने जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह बयान उस वक्त दिया है जव वे कोलकाता एयरपोर्ट पर थी और वे पत्रकारों से बात कर रही था। इसके बाद वे तीन दिवसीय दौरे के लिए ओडिशा निकल गई है।