चंडीगढ़: भारतीय वायु सेना के एक चिनूक हेलीकॉप्टर ने सोमवार को सबसे लंबी उड़ान का रिकॉर्ड कायम किया। चिनूक हेलीकॉप्टर ने चंडीगढ़ से असम के जोरहाट जाने के दौरान साढ़े सात घंटे तक बिना रूके उड़ान भरी। रक्षा अधिकारियों की ओर से ये जानकारी दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि चिनूक हेलीकॉप्टर ने इस दौरान 1910 किलोमीटर की दूरी तय की। अधिकारियों के अनुसार हेलीकॉप्टर की क्षमताओं के साथ-साथ भारतीय वायुसेना की परिचालन योजना व क्रियान्वयन से यह संभव हुआ।
एक रक्षा प्रवक्ता ने ट्वीट किया, 'वायु सेना के एक चिनूक ने भारत में सबसे लंबी हेलीकॉप्टर उड़ान भरी। इसने चंडीगढ़ से जोरहाट (असम) के बीच बिना रुके उड़ान भरी। हेलीकॉप्टर ने 1910 किलोमीटर का सफर 7 घंटे 30 मिनट में पूरा किया। चिनूक की क्षमताओं के साथ-साथ वायुसेना की परिचालन योजना और क्रियान्वयन के चलते ऐसा संभव हो सका।'
अमेरिका से चिनूक हेलीकॉप्टर को खरीदा था भारत ने
चिनूक एक बहु-उद्येशीय होलीकॉप्टर है, जिसका उपयोग सैनिकों, तोपखाने, उपकरण और ईंधन के परिवहन के लिए किया जाता है। इसका उपयोग मानवीय और आपदा राहत कार्यों के लिए और राहत आपूर्ति के परिवहन और किसी खतरे वाली जगह से लोगों की सामूहिक निकासी जैसे मिशन में भी किया जाता है।
रक्षा अधिकारी ने कहा कि तीव्र गतिशीलता भारतीय वायु सेना को आवश्यकतानुसार हेलीकॉप्टर को बेहतर तरीके से तैनात करने में मदद करेगी।
बताते चलें कि भारत ने अमेरिका से इस हेलीकॉप्टर को खरीदा है। फिलहाल देश में 15 चिनूक हेलीकॉप्टर का बेड़ा है। भारत ने अमेरिका से 2015 में 15 चिनूक हेलीकॉपटर खरीदने का करार किया था।
अपनी जोरदार लिफ्ट क्षमता के लिए जाना जाने वाला चिनूक हर मौसम में उड़ान की क्षमता के कारण भी बेहद अहम है। ये हेलीकॉप्टर न केवल दिन में बल्कि रात में भी सैन्य अभियान चला सकते हैं। दो इंजन और टैंडेम रोटर वाले ‘चिनूक’ हेलीकॉप्टर सैनिकों, विस्फोटक सामग्री, हथियार और ईंधन लाने ले जाने में सक्षम हैं। साल 2017 में 4168 करोड़ की लागत से 6 अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर और 15 भारी मालवाहक चिनूक हेलीकॉप्टर खरीद की स्वीकृति दी गई थी।