Cheetah Helicopter Crash:अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना का एक चीता हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। सेना अधिकारियों के अनुसार, इस हादसे मे पायलट की जान चली गई है। वही अगर बात करे दूसरे पायलट की तो उसका इलाज चल रहा है।
क्या है पूरा मामला
इस घटना को लेकर एक प्रेस रिलीज जारी किया गया है जिसमें यह कहा गया है कि यह घटना अरुणाचल प्रदेश के तवांग के पास हुआ है। बताया जा रहा है कि आज सुबह 10 बजे सेना का चीता हेलीकॉप्टर नियमित उड़ान भर रहा था, तभी वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस घटना के बाद दोनों पायलटों को नजदीकी सैन्य अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज किया गया है। बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल सौरभ यादव की मौत हो गई है। वे गंभीर रूप से घायल भी थे। ऐसे में दूसरे पायलट का उपचार जारी है।
आपको यह भी बता दें कि इस पप्रेस रिलीज में यह भी कहा गया है कि इस दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। हालांकि इसकी बाद में जांच होगी और हादसे के कारणों का पता लगाया जाएगा।
इससे पहले भी घट चुके है ऐसी घटना
इससे पहले इसी साल मार्च में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बीमार कर्मी को लाने जा रहा थल सेना का एक हेलीकॉप्टर उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास के एक इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सह-पायलट शहीद हो गया और पायलट गंभीर रूप से घायल भी हो गया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी थी।
अधिकारियों ने कहा था कि हेलीकॉप्टर पूर्वान्ह्र लगभग 11:30 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्र के अग्रिम इलाके में तैनात बीएसएफ के एक जवान को निकालने के लिए ‘चीता’ हेलीकॉप्टर को बचाव अभियान में लगाया गया था। रक्षा प्रवक्ता कर्नल इमरोन मुसावी ने कहा, ‘‘सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर आज दोपहर बांदीपोरा जिले के गुरेज के बरौब इलाके में उस वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जब वह एक बीमार सैनिक को अग्रिम चौकी से निकालने के लिए नियमित मिशन पर था।’’
एक पायलट को बचा लिया गया था
रक्षा प्रवक्ता कर्नल ने यह भी कहा कि जवान को हवाई मार्ग से लाने से पहले बरौब के गुजरां में अग्रिम चौकी से हेलीकॉप्टर का संपर्क टूट गया था। जान गंवाने वाले सह-पायलट की पहचान मेजर संकल्प यादव (29) के रूप में हुई है, जबकि घायल पायलट, लेफ्टिनेंट कर्नल-रैंक के अधिकारी को दुर्घटनास्थल से बचा लिया गया और उधमपुर के कमान अस्पताल ले जाया गया था। बीएसएफ के महानिरीक्षक (कश्मीर फ्रंटियर) राजा बाबू सिंह ने कहा, ‘‘मैं ऐसे कठिन निकासी अभियान चलाने वाले पायलट के समर्पण और बहादुरी को सलाम करता हूं।’’
(भाषा इनपुट)