लाइव न्यूज़ :

परीक्षा में ‘क्रांतिकारी आतंकवादी’ शब्द आने पर मचा बवाल, सरकार ने दिए जांच के आदेश

By भाषा | Updated: December 28, 2019 05:55 IST

इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कार्रवाई करने की मांग की और मुद्दे को ‘‘शर्मनाक एवं दुखद’’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘कोई उन्हें आतंकवादी कैसे कह सकता है?

Open in App
ठळक मुद्देउनकी कुर्बानियों के कारण हम स्वतंत्र रूप से सांस ले पा रहे हैं।मध्यप्रदेश सरकार से मेरी मांग है कि ऐसे गैर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय की कला परास्नातक परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कथित रूप से ‘क्रांतिकारी आतंकवादी’’ शब्द के इस्तेमाल पर छात्रों और विपक्षी भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया। मध्यप्रदेश सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया है।

राजनीतिक शास्त्र के परास्नातक पाठ्यक्रम के तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा में बुधवार को प्रश्नपत्र ‘राजनीतिक दर्शन-3, आधुनिक भारत का राजनीतिक विचार’ में सवाल पूछा गया, “क्रांतिकारी आतंकवादियों की गतिविधियों का वर्णन कीजिए। चरमपंथियों और क्रांतिकारी आतंकवादियों में क्या अंतर है?” राज्य जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने देर शाम बताया कि मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

अधिकारी ने बताया कि पटवारी ने उच्च शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि एक समिति बनाकर तीन दिनों के अंदर घटना की जांच करें। इससे पहले विद्यार्थियों के एक संगठन अखिल भारतीय लोकतांत्रिक छात्र संगठन (एआईडीएसओ) ने प्रश्नपत्र में क्रांतिकारी आतंकवादी शब्द लिखे जाने पर आपत्ति जताते हुए विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया और कहा कि क्रांतिकारी हमारे आदर्श हैं लेकिन उनको आतंकवादी कहना गलत है।

विद्यार्थियों से ज्ञापन लेते हुए विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार राजीव मिश्रा ने कहा कि प्रश्नपत्र बनाने वाले प्रोफेसर से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और संबंधित प्रोफेसर का उत्तर आने के बाद परीक्षा समिति इस पर निर्णय लेगी। एआईडीएसओ की जिलाध्यक्ष मिताली शुक्ला ने सवाल किया कि क्या क्रांतिकारी आतंकवादी थे।

उन्होंने कहा, “क्रांतिकारी हमारे आदर्श हैं और देश को आजादी दिलाने में उनकी प्रमुख भूमिका रही है। ऐसे में उनको आतंकवादी कहना गलत है। इससे युवाओं में गलत संदेश जाएगा।” छात्रों की मांग है कि प्रश्नपत्र बनाने वाले प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो विद्यार्थी आंदोलन करेंगे।

इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कार्रवाई करने की मांग की और मुद्दे को ‘‘शर्मनाक एवं दुखद’’ बताया। उन्होंने कहा, ‘‘कोई उन्हें आतंकवादी कैसे कह सकता है? उनकी कुर्बानियों के कारण हम स्वतंत्र रूप से सांस ले पा रहे हैं। मध्यप्रदेश सरकार से मेरी मांग है कि ऐसे गैर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।’’

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: कच्चे तेल के दामों में उतार-चढ़ाव, जानें ईंधन पर इसका क्या असर; प्राइस लिस्ट यहां

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

पर्सनल फाइनेंसLIC New Schemes: LIC ने शुरू की 2 नई योजनाएं, पूरे परिवार के लिए मिलेगी ये सुविधा, यहां करें चेक

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई