नई दिल्ली: एक इंटर्नशिप आवेदन में उम्मीदवारों से उनके यौन रुझान का खुलासा करने के लिए कहा गया। इसके बाद ऑनलाइन व्यापक विवाद खड़ा हो गया है। जिस व्यक्ति की पहचान सिजेंडर पुरुष के रूप में हुई उसने निराशा व्यक्त की। व्यक्ति ने कहा कि ऐसी नीतियां उसे भर्ती प्रक्रिया में अनुचित रूप से नुकसान पहुंचाएगी। उन्होंने एप्लिकेशन का एक स्क्रीनशॉट साझा किया जिसमें जाति, लिंग, यौन रुझान और पसंदीदा सर्वनामों के बारे में जानकारी मांगी गई थी।
जवाब में उम्मीदवार ने उत्तर दिया स्ट्रेट या हेट्रोसेक्शुअल। उन्होंने नस्ल पर प्रश्न के लिए श्वेत उत्तर दिया। उन्होंने एप्लिकेशन की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि मैं यह मानकर चल रहा हूं कि मुझे यह इंटर्नशिप नहीं मिलेगी।
इस घटना ने एक गरमागरम बहस छेड़ दी है। कई उपयोगकर्ताओं ने नौकरी आवेदन में यौन रूझान बारे में पूछताछ की वैधता पर सवाल उठाया है। कुछ लोगों ने तर्क दिया कि ऐसे प्रश्न भेदभावपूर्ण और संभावित रूप से अवैध हो सकते हैं। दूसरों ने उन्हें विविधता और समावेशन को बढ़ावा देने के रूप में देखा।
एक यूजर ने लिखा कि मुझे लंबे समय से नौकरी के लिए आवेदन नहीं करना पड़ा है। क्या यौन रुझान के बारे में पूछना सामान्य है? क्या यह कानूनी भी है? एक अन्य ने टिप्पणी की कि मैं विश्वास नहीं कर सकता कि अब हर बायोडाटा में जाति/लिंग/कामुकता का प्रश्न है।
एक व्यक्ति ने स्पष्ट किया कि ऐसे प्रश्न कानूनी हैं और भर्ती निर्णयों को प्रभावित करने के बजाय विविधता आंकड़ों के लिए डेटा एकत्र करने के उद्देश्य से काम करते हैं। उन्होंने लिखा कि यह कानूनी है और बहुत सामान्य है। पूरा यकीन है कि अधिकांश भर्ती टीमें इसे देख भी नहीं पाएंगी। यह बाद में आवेदकों पर कुछ आंकड़े देने के लिए है।
एक अन्य ने कहा कि जो मैंने सुना है, उसके आधार पर ट्रांस विकल्प से आपको नौकरी मिलने की संभावना कम हो जाती है।