जम्मू कश्मीर में सर्राफा व्यवसायियों ने स्वर्ण आभूषणों में ‘हॉलमार्किंग’ के खिलाफ सोमवार को अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद रख कर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया । प्रदर्शनकारी सर्राफा व्यवसायी मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग कर रहे थे । सर्राफा एसोसिएशन जम्मू तथा स्वर्णकार संघ एडहॉक कमेटी जम्मू ने संयुक्त रूप से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया । इन लोगों ने ‘हॉलमार्क’ को लागू किये जाने के खिलाफ नारेबाजी की । गौरतलब है कि 16 जून से चरणबद्ध तरीके से सोने की ‘हॉलमार्किंग’ अनिवार्य की गई है। सरकार ने पहले चरण के कार्यान्वयन के लिए 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 256 जिलों की पहचान की है। कीमती धातु की शुद्धता का प्रमाणीकरण ‘हॉलमार्किंग’ अब तक स्वैच्छिक थी। सर्राफा एसोसिएशन जम्मू के अध्यक्ष रमन सूरी ने कहा, ‘‘नीति आयोग की सफारिशों के अनुसार लागू किया गया नया ‘बीआईएस’ अधिनियम अच्छा नहीं है। नए कानूनों का कार्यान्वयन मनमाने ढंग से किया गया है, विशेष रूप से सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग के संबंध में । इसे लागू करना बेहद मुश्किल हो रहा है।’’ उन्होंने कहा कि पूरे भारत में करीब 25 साल से आभूषण विक्रेता ‘बीआईएस’ से मंजूर आभूषण बेच रहे हैं और ग्राहकों की ओर से अब तक एक भी शिकायत नहीं आयी है । प्रदर्शनकारियों ने सरकार से, खास तौर से ‘बीआईएस’ के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी से नीति आयोग सिफारिशों पर फिर से विचार करने और कानून की समीक्षा करने का आग्रह किया है।
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