बजट सत्र सोमवार (29 जनवरी) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के अभिभाषण के साथ ही शुरू हो गया। इस सत्र में तीन तलाक बिल को मोदी सरकार पास कराने की पूरी कोशिश करेगी। इसका जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र के शुरुआत से पहले अपने संबोधन में किया। उन्होंने सभी पार्टियों से इस बिल को पास कराने की अपील की है।
उन्होंने अपने संबोधन में तीन तलाक बिल को लेकर सभी संसदीय सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाओं के हक की रक्षा करने वाले इस निर्णय को हम सब पारित करें और 2018 के नए साल में मुस्लिम महिलाओं को उत्तम भेंट दें।
उन्होंने कहा कि बजट सत्र बहुत महत्वपूर्ण होता है। पूरा विश्व भारत की अर्थव्यवस्था की प्रति आशावान है। भारत की राह और प्रगति पर विश्व की सभी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी भारत को लेकर सकारात्मक राय देती रही हैं। इसलिए यह बजट देश की तेज गति से आगे बढ़ रही व्यवस्था को एक नई ऊर्जा देने वाला बजट आएगा।
इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि महिलाओं की बेटियों से भेदभाव खत्म करने के लिए सरकार ने बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ को शुरू किया गया। साथ ही उन्होंने तीन तलाक को लेकर कहा कि सरकार ने संसद में तीन तलाक बिल पेश किया, जल्द ही इसे कानून भी बनाया जाएगा।
बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति कोविंद ने गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए, विशेषकर स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए, बिना बैंक गारंटी कर्ज देने पर जोर देने के लिए सरकार की पीठ थपथपाई।