नई दिल्ली: ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने अपना राजनीतिक सफर खत्म करने का ऐलान किया है। बतौर कांग्रेस पार्टी से जुड़कर अपना सियासी करियर शुरू करने वाले विजेंदर सिंह ने गुरुवार को राजनीति छोड़ने का फैसला किया।
यह सूचना उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी। बॉक्सर ने राजनीति ऐसे समय में छोड़ने का ऐलान किया है जब लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तैयारियां जोरो पर हैं।
विजेंदर सिंह ने एक्स पर लिखा, "राजनीति को राम राम भाई 😎"
विजेंदर वैसे भी काफी समय से राजनीतिक सुर्खियों से दूर थे और आखिरी बार उन्हें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान प्रमुखता से देखा गया था। वह भाजपा सांसद और पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान जंतर-मंतर भी गए थे।
बॉक्सर 2019 में राजनीति में शामिल हुए थे और तब उन्होंने इसे "लोगों की सेवा करने के लिए" एक कदम के रूप में घोषित किया था।
विजेंदर ने 2019 में राजनीति में शामिल होने के समय अपने पोस्ट में कहा था, "मुक्केबाजी में अपने 20 से अधिक वर्षों के करियर में मैंने रिंग में हमेशा अपने देश को गौरवान्वित किया है। अब समय आ गया है कि मैं अपने देशवासियों के लिए कुछ करूं और उनकी सेवा करूं। मैं इस अवसर को स्वीकार करना चाहता हूं और इस जिम्मेदारी के लिए @प्रियंकागांधी जी @INCIndia पार्टी @RahulGandhi जी को धन्यवाद देना चाहता हूं।
कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में विजेंदर सिंह को दक्षिणी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से भी मैदान में उतारा था। हालाँकि, बॉक्सर चुनाव हार गए थे लेकिन पार्टी से जुड़े रहे। उन्होंने अब राजनीति को 'अलविदा' कहने का फैसला किया है।