पटना: बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के द्वारा संवाद यात्रा के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए भाजपा को 'दोगला’ कहे जाने पर सियासत गर्मा गई है। इसके बाद राजद की ओर से इस वीडियो शेयर किया गया जिसमें तेजस्वी यादव ने 'दोगले भाजपाईयों' से संबोधित किया है। एनडीए ने रविवार को राजद के इस अपशब्द वाले संबोधन पर कड़ी आपत्ति जताई है। जदयू ने इसे राजद की पुरानी संस्कृति बताया है। जबकि भाजपा ने तेजस्वी को भाषाई लमपटीकारण का नौजवान चेहरा बता दिया.
दरअसल, राजद के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट में लिखा गया है-'दोगले भाजपाईयों को बिहारियों की अत्यधिक चिंता हो रही है तो बिहार तो “विशेष राज्य” का दर्जा क्यों नहीं दे देते?' उनसे दिल्ली में आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल द्वारा बिहारियों और पूर्वांचल के लोगों को फर्जी वोटर बताने का सवाल किया गया।
इस पर तेजस्वी ने अरविंद केजरीवाल का बचाव किया। इसको लेकर जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने राजद के ट्वीट को लेकर लालू यादव और तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लेते हुए पूछा कि राजद के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से क्या नेतृत्व की सहमति से एक राजनीतिक दल पर टिप्पणी की गई है?
उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक दल के लिए इस प्रकार के अमर्यादित शब्द लिखने वाले का हाथ नहीं कांपा? क्या जिसने लिखा वह अपने पारिवारिक और सामाजिक जीवन में ऐसे शब्द का इस्तेमाल करता है? क्या राजद के आंतरिक मामलों में ऐसे शब्दों का प्रयोग होता है? क्या नेतृत्व की सहमति ऐसे शब्दों का इस्तेमाल हुआ, और अगर हुआ है तो यह दुर्भाग्य जनक है। यह राजद की जो पुरातन संस्कृति है लगता है अभी तक उसका पीछा नहीं छोड़ा है।
वहीं भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि राजद का मतलब तो राजसी प्रवृति, जल्लादी संस्कृति और दलित विरोधी है। लेकिन हम नहीं जानते थे अब ये भाषाई लमपटीकारण का नौजवान चेहरा बनेंगे। राजद के ट्विटर हैंडल पर जिस शब्द का प्रयोग हुआ है यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य है।
उन्होंने तेजस्वी यादव को कहा कि आप अपने पिता के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। वे राजनीति के हुए जोकर बने थे और आप मिमिक्री कर रहे हैं। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मांगने वाली तेजस्वी की मांग के लिए अरविंद सिंह ने उन्हें आड़े हाथों लिया कि जब लालू यादव सत्ता में थे तब वे क्यों नहीं विशेष दर्जा दिलाए?
वहीं अब तेजस्वी यादव बिहार का विरोध करने वाले अरविंद केजरीवाल जैसे का समर्थन कर रहे हैं जो बिहारियों को अपमानित करते हैं। उन्होंने तेजस्वी को सुझाव दिया कि शब्दों की मर्यादा रखिए और संस्कार सीखिए।