बिहार में लोकसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता के लागू होने से अब तक छह करोड़ 64 लाख 71 हजार 715 रुपये जब्त किये गये. वहीं, इस दौरान आठ लाख 68 हजार 337 लीटर शराब जब्त की गई. इसतरह से इस बार के लोकसभा चुनाव में जोरदार प्रचार-प्रसार के साथ ही कैश का प्रयोग भी जमकर हुआ. हालांकि, इस बार आयकर विभाग को बड़ी संख्या में कैश जब्त करने में सफलता मिली है, जिससे इसके प्रयोग पर काफी हद तक अंकुश लगाया जा सका है. प्राप्त जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव के दौरान 20 जनवरी 2019 से अब तक विधि व्यवस्था के तहत 1135 अवैध अस्त्र-शस्त्र बरामद किये गये. प्रशासन की ओर से अब तक 4603 अवैध कारतूसों, जबकि 99 बम बरामद किये गये. प्रशासन द्वारा छापेमारी व सीजर करके कुल 37 अवैध आग्नेयास्त्र केंद्रों को जब्त किया गया. वहीं, आयकर विभाग ने जब्त किये गये इन रुपये का कोई सही श्रोत का पता नहीं चलने के कारण इन्हें आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है. इन रुपये का उपयोग चुनाव में ही होने वाला था, इस बात से पूरी तरह से इन्कार नहीं किया जा सकता है.
बिहार में हुए पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार कैश समेत अन्य माध्यम से रुपये का प्रयोग ज्यादा हुआ है. पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में 71 लाख 90 हजार रुपये जब्त किये गये थे. वहीं, विधानसभा चुनाव 2015 के दौरान एक करोड़ 71 लाख रुपये जब्त किये गये थे. पिछले दोनों चुनावों में सिर्फ कैश ही जब्त किये गये थे, लेकिन यह पहला मौका है, जब चुनाव में जेवरात और एफडी भी जब्त किये गये हैं. इस दौरान मुजफ्फरपुर में पूर्व राजद विधायक मुसाफिर पासवान के ठिकानों पर हुई आयकर की छापेमारी में करीब तीन करोड़ के जेवरात और एफडी जब्त किये गये थे. आदर्श आचार संहिता लागू रहने के दौरान हुई छापेमारी की इस कार्रवाई को भी चुनाव के दौरान हुई जब्ती से जोड़ कर देखा जा रहा है. अवैध रूप से जब्त किये गये इन रुपये को भी चुनाव में ही खर्च होना था. जांच के दौरान इस बात के भी प्रमाण मिले हैं.