पटनाः बिहार में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर(सीएचओ) पेपर लीक मामले को लेकर विपक्षी दलों के द्वारा मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसको लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि 2000 पदों की बहाली परीक्षा में पेपर लीक कराकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा को 100 करोड़ रुपए कमाने थे, लेकिन एक ऑडियो वायरल हुआ, खबर छपी तो मजबूरन पेपर रद्द करना पड़ा। उन्होंने आगे लिखा है कि अब भाजपा-जदयू सरकार कह रही है कि हमारे पेट पर लात मार दी, परीक्षा माफ़िया से लिए 100 करोड़ रुपए अब आगे की परीक्षाओं में पेपर लीक कराकर एडजस्ट करेंगे। एनडीए सरकार बिहार के युवाओं के वर्तमान और भविष्य के साथ खेल रही है।
मुख्यमंत्री पेपर लीक पर कभी कुछ बोलेंगे नहीं। तेजस्वी यादव ने एक समाचार पत्र में छपी खबर को आधार बनाते हुए सरकार से जवाब मांगा है। इससे पहले तेजस्वी यादव ने गंभीर सवाल उठाया था और कहा था कि आखिर सारे पेपर लीक कांड के तार नालंदा से ही क्यों जुड़ते हैं? बता दें कि बिहार में राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा सीएचओ की परीक्षा प्रश्नपत्र लीक होने के कारण रद्द कर दी गई है।
इस परीक्षा में लगभग 4500 पदों पर भर्ती होनी थी। पेपर लीक की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। कहा जा रहा है कि पेपर लीक से जुड़े माफिया ने 100 करोड़ रुपए कमाने का टारगेट फिक्स कर दिया था। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। अब इस मामले को लेकर तेजस्वी ने डबल इंजन सरकार पर हमला बोला है।