रायपुरः शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण अभिनीत पठान के गीत बेशरम रंग पर विवाद को लेकर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भगवा रंग को धारण करनेवाला सबकुछ त्याग देता है, बजरंग दल वाले भी भगवा रंग के गमछे पहनते हैं, वे बताएं कि समाज के लिए क्या त्याग किया है?
पठान के गाने पर भाजपा और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि गाने में भगवा रंग का अपमान किया गया है। भगवा हिंदुओं के लिए पवित्र रंग है।
भूपेश बघेल ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहनना अलग चीज है और धारण करना अलग। उन्होंने कहा कि धारण या अंगीकार कौन करता है? साधु संत जब कोई समाज और परिवार को त्याग देता है, उसके बाद वो भगवा या गेरुआ रंग धारण करता है। वह लौ के रंग का होता है। मतलब सबकुछ त्याग दिया।
कांग्रेस नेता ने पूछा कि ये बजरंगी गुंडे भगवा रंग के गमछे लेकर निकलते हैं, वो बताएं कि उन्होंने समाज के लिए क्या त्याग किया है? परिवार के लिए क्या त्याग किया है? बघेल ने कहा, वो तो बल्कि वसूली करने के लिए पहन रहे हैं। अगर रंग की बात है तो भाजपा के विधायक और सांसद हैं भगवा रंग के कपड़े पहने अभिनेताओं के साथ डांस कर रहे हैं उनके बारे में क्या सोचते हैं।
इस बीच, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि उनकी पार्टी को शाहरुख खान अभिनीत फिल्म 'पठान' से फिल्म के एक गाने में 'बेशरम रंग' शब्द के इस्तेमाल के अलावा कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा, भगवा केवल भाजपा या शिवसेना का रंग नहीं है, बल्कि यह गौतम बुद्ध के पहने हुए कपड़ों का रंग है। बकौल अठावले, अगर उन्होंने बेशरम शब्द नहीं हटाया तो हमारी पार्टी भी फिल्म के खिलाफ आंदोलन करेगी।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से पठाने के बेशरम रंग गाने को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। गाने में दीपिका पादुकोण को एक सीन में भगवा कपड़े पहने दिखाया गया है। इस बात को लेकर मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि गाने में प्रयुक्त गई वेशभूषा प्रथमदृष्टया बेहद आपत्तिजनक है। साफ दिख रहा है कि दूषित मानसिकता के कारण फिल्माया गया यह गाना है।