नई दिल्ली, 14 सिंतबर: 2017 में सहारनपुर में जातीय दंगे फैलाने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासूका) के तहत जेल में बंद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद 'रावण' को 13 सितंबर की रात को रिहा कर दिया गया। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने चंद्रशेखर उर्फ रावण को समय से दस दिन पहले रिहा किया गया है।
सहारनपुर की जेल से बाहर आते ही चंद्रशेखर आजाद ने सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जोरदार हमला करते हुए उन्होंने बोला साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हम किसी कीमत पर जीतने नहीं देंगे। रावण को गुरुवार रात 2:30 बजे जेल से रिहा किया गया है।
रिहा होने के बाद, ''भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने यह भी कहा, 'सरकार डरी हुई थी क्योंकि सुप्रीम कोर्ट से जल्द ही योगी आदित्यनाथ की सरकार को फटकार लगाने वाली थी। यही वजह है कि अपने आप को बचाने के लिए सरकार ने जल्दी रिहाई का आदेश दे दिया। मुझे पूरी तरह विश्वास है कि वह मेरे खिलाफ दस दिनों के भीतर फिर से कोई आरोप लगाने वाले हैं। मैं अपने लोगों से कहूंगा कि साल 2019 में बीजेपी को उखाड़ फेंकें।''
बता दें कि रावण को पहले एक नवंबर को रिहा किया जाना था। लेकिन यूपी सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति में जारी करते हुए कहा कि चंद्रशेखर उर्फ रावण की माता के प्रत्यावेदन एवं वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सहानुभूति पूर्वक समय पूर्व रिहाई का निर्णय लिया गया है।