लाइव न्यूज़ :

मूल रूप से हिंदू होने की वजह से बांग्लादेशी भारतीयों की तरह हैं: बांग्लादेशी लेखिका शरबरी जोहरा अहमद

By भाषा | Updated: January 1, 2020 13:45 IST

‘क्वांटिको’ में भारतीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने मुख्य भूमिका निभाई है। शरबरी ने यहां पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘ कैसे बांग्लादेश अपनी हिंदू विरासत से इनकार कर सकता है ? हम मूल रूप से हिंदू थे। यहां इस्लाम बाद में आया।’’ लेखिका ने कहा, ‘‘ ब्रिटेन ने हमारा उत्पीड़न किया, हमसे छीना और हमारी हत्याएं की।’’

Open in App
ठळक मुद्देक्वांटिको’ में भारतीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने मुख्य भूमिका निभाई है। शरबरी ने यहां पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘ कैसे बांग्लादेश अपनी हिंदू विरासत से इनकार कर सकता है ? हम मूल रूप से हिंदू थे।लेखिका ने कहा, ‘‘ ब्रिटेन ने हमारा उत्पीड़न किया, हमसे छीना और हमारी हत्याएं की।’’

अमेरिका में रहनेवाली बांग्लादेश की लेखिका शरबरी जोहरा अहमद का मानना है कि मूल रूप से हिंदू होने की वजह से बांग्लादेशी लोग भारतीयों की तरह हैं। हालांकि लेखिका का कहना है कि अब बांग्लादेशी लोग अपनी जड़ों को भूल गए हैं। शरबरी का जन्म बांग्लादेश के ढाका में हुआ था और वह जब सिर्फ तीन सप्ताह की थीं तभी अमेरिका चली गईं थीं। लोकप्रिय अमेरिकी टेलीवीजन शो ‘क्वांटिको’ की पटकथा की सहलेखिका शरबरी ने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि दक्षिणपंथी धार्मिक समूहों के प्रभाव की वजह से एक बंगाली के तौर पर उनकी पहचान बांग्लादेश में खोती जा रही है।

‘क्वांटिको’ में भारतीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने मुख्य भूमिका निभाई है। शरबरी ने यहां पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘ कैसे बांग्लादेश अपनी हिंदू विरासत से इनकार कर सकता है ? हम मूल रूप से हिंदू थे। यहां इस्लाम बाद में आया।’’ लेखिका ने कहा, ‘‘ ब्रिटेन ने हमारा उत्पीड़न किया, हमसे छीना और हमारी हत्याएं की।’’ उन्होंने कहा कि अविभाजित भारत के ढाका में फलते-फूलते मलमल उद्योग को अंग्रेजों ने तबाह कर दिया। लेखिका ने कहा कि उनकी आस्था के सवाल और बांग्लादेश में पहचान के मुद्दे ने उन्हें ‘डस्ट अंडर हर फीट’ उपन्यास लिखने के लिए प्रेरित किया। बांग्लादेश में इस्लाम राजधर्म है।

अहमद ने विंस्टन चर्चिल को ‘नस्लवादी’ बताया। लेखिका ने कहा, ‘‘ अपने सैनिकों के लिए वह बंगाल से चावल ले गए लेकिन बताए जाने के बावजूद उन्होंने यहां के लोगों की परवाह नहीं की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अपने शोध के दौरान मुझे पता चला कि करीब 20 लाख बंगाली चर्चिल की वजह से उत्पन्न कृत्रिम अकाल से मर गए। जब लोग चर्चिल की प्रशंसा करते हैं तो यह वैसा ही है जैसे कि कोई यहूदियों के सामने हिटलर की प्रशंसा करे।

वह भयानक इंसान थे।’’ लेखिका ने कहा कि उनकी किताब में यह बताने की कोशिश की गई है कि वाकई उस समय क्या हुआ था। यह किताब द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान कोलकाता की पृष्ठभूमि में लिखी गई है। उस समय बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिक शहर में आए थे।  

टॅग्स :बांग्लादेशइंडिया
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतPutin Visit India: राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे का दूसरा दिन, राजघाट पर देंगे श्रद्धांजलि; जानें क्या है शेड्यूल

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई