देश भर में ईद-उल-अदाह का त्योहार आज धूम-धाम से मनाया जा रहा है। जहां पूरा मुस्लिम समुदाय इन दिनों देश और जीवन में शांति और अमन की दुआ कर रहा है तो वहीं देश की छोटी-बड़ी हर मस्जिदों पर लोगों की भीड़ भी देखी जा रही है। ईद-उल-फितर यानी मीठी ईद के बाद मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार बकरीद आज पूरे देश में मनाया जाएगा। लोग अपने परिवार के साथ पड़ोसियों और रिश्तेदारों को इसकी बंधाइयां दें रहे हैं। इस कड़ी में देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समेत कई बड़े राजनेताओं ने भी लोगों को बकरीद की शुभकामनाएं दी हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ईद-उल-जुहा की पूर्व संध्या पर आज देशवासियों को बधाई दी और नागरिकों से एकता और भाईचारे के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया ।
उन्होंने अपने संदेश में कहा, ‘‘ईद-उल-जुहा के मौके पर मैं अपने देशवासियों खासकर अपने देश के मुस्लिम भाइयों एवं बहनों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं । ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस विशेष दिन पर हम कुर्बानी की भावना को मनाते हैं। हम अपने साझे समाज में एकता और भाईचारे के लिए मिलकर काम करने का निश्चय लें।’’
इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी लोगों को त्योहार की बधाइयां दीं।
बकरीद को मनाने की सबसे प्रचलित कहानियों पर गौर करें तो बताया जाता है कि एक बार खुदा ने हजरत इब्राहिम का इम्तहान लेने के लिए उनसे उनकी सबसे करीबी और अजीज चीज की कुर्बानी मांगी थी। जिसके बाद हजरत ने अपने बेटे की कुर्बानी देने की ठान ली। आंख पर पट्टी बांधकर उन्होंने अपने बेटे की कुर्बानी दे भी डाली। मगर अब तक वह खुदा के इम्तेहान में पास हो गए थे। तो खुदा ने उनके बेटे को जानवर में बदलकर जिंदा कर दिया। बस तभी से बकरीद का ये त्योहार मुस्लिम समुदाय के लिए सबसे पवित्र माना जाने लगा।
शुरू हो चुकी है हज यात्रा
मुस्लिम समुदाय में हज की यात्रा भी शुरू हो चुकी है। बताया जाता है कि कम से कम 70 हजार फरिश्ते रोज काबा की परिक्रमा करते हैं। काबा कमरे की तरह बना हुआ है। इस्लाम के पांच स्तम्भों में तौहीद, नमाज, रोजा, जकात और हज सबसे महत्वपूर्ण बताएं गए हैं।