आजमगढ़ः भाजपा ने लोकसभा उपचुनाव के लिए आजमगढ़ से भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव “निरहुआ” को एक बार फिर मौका दिया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने निरहुआ को सपा प्रमुख अखिलेश के खिलाफ मैदान में उतारा था जिसमें भोजपुरी अभिनेता को करारी शिकस्त मिली। हालांकि भाजपा ने इस सीट से अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद निरहुआ पर फिर से भरोसा जताया है।
निरहुआ आज एनडीए उम्मीदवार के तौर पर आमजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। वहीं इसके बाद रोड शो का भी कार्यक्रम है। निरहुआ के नामांकन और रोड शो में भोजपुरी के आधे दर्जन से अधिकर सितारे शिरकत करने वाले हैं।
निरहुआ ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि वह आज अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इस दौरान भोजपुरी सिनेमा के कई बड़े सितारें भी उनके साथ होंगे। भोजपुरी फिल्म अभिनेता अमरीश सिंह ने आजमगढ़ की जनता से अपील करते हुए कहा कि दिनेश लाल यादव निरहुआ, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री महाराज योगी आदित्यनाथ के सिपाही हैं।
निरहुआ ने बताया है कि भोजपुरी गायक अभिनेता पवन सिंह, सुशील सिंह, मनोज टाइगर, उनके भाई व अभिनेता परवेश लाल यादव, प्रकाश जैश समेत अभिनेत्री आम्रपाली दुबे, स्मृति सिन्हा, ऋचा दीक्षित भी उनके नामांकन और रोड शो का हिस्सा होंगी। गौरतलब है कि निरहुआ सोमवार को सुबह 11 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
नामांकन से एक दिन पहले यानी रविवार को निरहुआ प्राचीन शिव मंदिरके दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे थे। इस दिन यूपी की सीएम योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन भी था। निरहुआ ने ना सिर्फ यहां यूपी सीएम के स्वस्थ व दीर्धायु जीवन की कामना की बल्कि उन्होंने हवन- पूजन के बाद भगवान शिव के चरणों में नामांकन पत्र चढ़ाया।
बता दें कि यूपी के दो लोकसभा सीटों, रामपुर और आजमगढ़ पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। भाजपा ने जहां आजमगढ़ लोकसभा सीट पर निरहुआ को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं रामपुर से घनश्याम लोधी को मैदान में उतारा है।सपा ने आजमगढ़ से लोकसभा उपचुनाव में दलित चेहरे पर दांव खेला है। सपा ने आजमगढ़ से सुशील आनंद को उम्मीदवार बनाया है। सुशील आनंद बामसेफ के संस्थापक सदस्यों में रहे बलिहारी बाबू के बेटे हैं। उधर, मायावती ने मुस्लिम चेहरे गुड्डू जमाली पर दांव लगाया है।
आजमगढ़ सीट अखिलेश यादव और रामपुर सीट आजम खान के लोकसभा सदस्य पद से इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने निरहुआ को करीब 3 लाख वोटों से हराया था। अखिलेश यादव की इस्तीफे के बाद से ही निरहुआ की दावेदारी पक्की मानी जा रही थी।वहीं भोजपुरी अभिनेता भी अपने काम पर लग गए थे। एक महीने पहले भी उन्होंने आजमगढ़ के डीएम से मुलाकात भी की थी।
उम्मीदवार के तौर पर अपने नाम के ऐलान के बाद ही निरहुआ सपा प्रमुख अखिलेश यादव को गाने के जरिए घेरने की कोशिश की। अपने प्रचार के तौर पर निरहुआ ने बैक टू बैक दो भोजुपरी गाने रिलीज किए हैं। एक में उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है तो एक में लोगों से कमल को वोट करने की अपील की है।
एक गाने के बोल हैं- अखिलेश हुए फरार, निरहुआ डटल रहे। वहीं दूसरे गाने के बोल हैं- जाति धरम ना कवनो भरम ना कवनो मनबढ़ के लिए, कमल क बटन दबईह भैया अपने आजमगढ़ के लिए...। आजमगढ़ पर सपा और भाजपा दोनों की साख दांव पर लगी हुई है। वहीं निरहुआ की साख भी दांव पर लगी हुई है क्योंकि पिछली बार के हार के बावजूद भाजपा ने उनको दोबारा मौका दिया है। सपा का गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ में भाजपा अपनी सीट पक्की करना चाहती है। वहीं सपा के लिए भी यह महत्वपूर्ण होगा कि ये सीट वह बरकरार रखे। गौरतलब बात है कि विधानसभा चुनाव में यहां की दसों सीटों पर सपा ने जीत हासिल की है।