नई दिल्ली: खालिस्तानी अलगाववादी अमृतपाल सिंह से मुख्य तौर पर जुड़े रहने वाले अवतार सिंह खांडा की गुरुवार को मौत हो गई। शुरुआत यह संदेह था कि खांडा को जहर दिया गया था। बाद में मेडिकल रिकॉर्ड से यह बात सामने आई है कि वह ब्लड कैंसर से पीड़ित था।
खांडा 19 मार्च को लंदन में यूके उच्चायोग के बाहर एक विरोध प्रदर्शन के दौरान भारतीय ध्वज को नीचे खींचने का मास्टरमाइंड था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस घटना के संबंध में मुख्य आरोपी के रूप में खांडा और तीन अन्य अलगाववादियों की पहचान की थी। खांडा एनआईए की वांटेड लिस्ट में शामिल था।
अस्पताल में भर्ती था अवतार सिंह खांडा
सामने आई जानकारी के अनुसार खांडा लंदन के एक अस्पताल में आईसीयू में लाइफ सपोर्ट पर था और पिछले कुछ दिनों से उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। इलाज के दौरान उसने देर रात दम तोड़ दिया। उसे पिछले हफ्ते अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अवतार सिंह खांडा को लंदन में भारतीय दूतावास पर लगे तिरंगे को उतारने के बाद स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया गया था। अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद लंदन में खांडा की ओर से प्रदर्शन बुलाए गए थे और उसने इसका नेतृत्व किया था। यह भी कहा जाता है कि अमृतपाल को पंजाब भेजने और मुहिम चलाने के पीछे इसी शख्स का मुख्य हाथ था।
अमृतपाल सिंह के मामले की जांच कर रही जांच एजेंसियों के अनुसार खांडा ने ही अमृतपाल को तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा यह भी माना जाता है कि खंडा उस समय भी अमृतपाल के संपर्क में लगातार था जब अमृतपाल गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर-उधर भाग रहा था।