पटनाः असम की हिमंता बिस्वा सरमा सरकार के द्वारा राज्य में गोमांस पर प्रतिबंध लगा दिए जाने के फैसले का एनडीए में विरोध होना शुरू हो गया है। जदयू ने असम सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताई है। जदयू ने इस फैसले को राजधर्म के खिलाफ बताते हुए असम सरकार से फैसले को वापस लेने की मांग की है। जदयू नेता केसी त्यागी और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने इसे लेकर आपत्ति जताई है। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने असम सरकार के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ‘लोगों को विकल्प देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को इससे कोई लेना-देना नहीं होना चाहिए कि लोग क्या खाएंगे और क्या पहनेंगे? यह फैसला राजधर्म के खिलाफ है और समझ से परे है। वहीं, दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए केसी त्यागी ने कहा कि भारत का संविधान सभी को खाने-पीने की आजादी देता है।
होटलों या सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस पर रोक लगाना सही नहीं है। इसका हम समर्थन नहीं करते। देश में पहले से ही तनाव की स्थिति है ऐसे में गोमांस पर प्रतिबंध लगाने से समाज में तनाव फैलेगा, जो पहले से ही काफी ज्यादा है। पिछले 11 महीने में यह पहला मौका है जब जदयू ने किसी भाजपा शासित राज्य के फैसले का खुलकर विरोध किया है।
मोदी सरकार के कई फैसले पर अब तक जदयू का रुख तटस्थ रहा है। लेकिन असम सरकार के गोमांस पर प्रतिबंध लगाने के फैसले पर जदयू खुलकर विरोध में आ गई है। पिछले दो दिनों से जदयू ने विभिन्न मुद्दों पर भाजपा को घेरने की कोशिश की है।