कोलकाता: पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लैट से बड़ी मात्रा में कैश और सोना मिला है। सामने आई जानकारी के अनुसार इस अर्पिता के इस दूसरे फ्लैट से ईडी को करीब 29 करोड़ रुपये (28.90) कैश और 5 किलो सोना मिला है।
ईडी को ये नकदी और सोना अर्पिता मुखर्जी के उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट से मिला है। यहां बुधवार को जांच एजेंसी ने छापा मारा था। अर्पिता मुखर्जी को उनके दक्षिण कोलकाता स्थित फ्लैट से 21 करोड़ रुपये की नकदी मिलने के एक दिन बाद 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। ऐसे में अब तक अर्पिता मुखर्जी के यहां से कुल करीब 50 करोड़ कैश मिल चुके हैं।
10 ट्रंक में कैश लेकर फ्लैट से निकले अधिकारी
अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया स्थित से इस फ्लैट से गुरुवार सुबह ईडी के अधिकारी 10 बड़े ट्रंक में कैश लेकर निकले। इससे पहले बुधवार को अधिकारियों ने बताया था कि बेलघरिया के रथाला इलाके में अर्पिता के दो फ्लैट को ताला तोड़कर खोला गया क्योंकि उनकी चाबी नहीं मिली। इसमें एक फ्लैट में बड़ी मात्रा में कैश मिलने की जानकारी सामने आई। इसके बाद इनकी गिनती के लिए तीन मशीनें मंगवाई गई थी।
अधिकारियों के अनुसार फ्लैटों की तलाशी के दौरान कई अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। मुखर्जी ने पूछताछ के दौरान ईडी को कोलकाता के आसपास की अपनी संपत्ति की जानकारी दी थी।
टॉयलेट में छिपा कर रखा गया था कैश
अर्पिता चटर्जी के दूसरे फ्लैट में मिले कैश के बड़े हिस्से को फ्लैट के टॉयलेट में छिपा कर रखा गया था। ईडी की टीम को फ्लैट में मिले पैसों को गिनने में करीब 10 घंटे से ज्यादा का समय लगा।
इस बीच ईडी की इस कार्रवाई के बाद से विपक्षी पार्टियां टीएमसी पर हमलावर हैं और पार्थ चटर्जी को कैबिनेट से बाहर करने की मांग कर रही है।
गौरतलब है कि कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की अनुशंसा पर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘ग’ और ‘घ’ वर्ग के कर्मचारियों और शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितता की जांच कर रही है। वहीं, ईडी घोटाले में धनशोधन के एंगल से जांच कर रहा है। जब यह कथित घोटाला हुआ था, उस समय पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षामंत्री थे।