वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के महिला महाविद्यालय परिसर में बुधवार शाम इफ्तार पार्टी के आयोजन को लेकर छात्र हंगामा कर रहे हैं और नई परम्परा शुरू करने को लेकर सवाल उठाए रहे हैं। शुक्रवार की शाम को छात्र कुलपति आवास के गेट पर पहुंचे और गंगाजल से शुद्धिकरण के साथ ही वहीं मुंडन कराकर अपना विरोध प्रदर्शित किया है। आपको बता दें कि बीएचयू में दो दिन पहले इफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ था जिसे लेकर छात्र विरोध कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि इससे बीएचयू में नई परंपरा की शुरुआत हो रही है जो सही नहीं है। वहीं इस पर बीएचयू प्रशासन का कहना है कि यह पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी ऐसे आयोजन हुए हैं। लेकिन छात्र अपनी बात पर अड़े है और उनका विरोध प्रदर्शन जारी है।
क्या कहना है छात्रों का
बीएचयू परिसर में इफ्तार पार्टी को लेकर छात्रों का कहना है, "परिसर में कई कमियां है जिसे लेकर हम कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उस पर वीसी साहब का कोई ध्यान नहीं है। लेकिन उन्हें इफ्तार पार्टी में जाने का समय है। छात्रों ने विरोध करने पर बोलते हुए कहा, "हम विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि ये पार्टी यहां पहली बार हुई है, यहां सभी धर्म के लोग रहते हैं लेकिन सब में समरसता है अगर वो छात्रों के कार्यक्रम में जाते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं। लेकिन इस तरह आधिकारिक रूप आयोजन कर एक नई परंपरा को जन्म देना गलत बात है इसलिए हम इसका विरोध कर रहे हैं।"
छात्र चाहते है कुलपति मांगे माफी
आजतक की एक खबर के मुताबिक, इफ्तार पार्टी के अगले दिन बीएचयू की दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी और कश्मीर को लेकर आपत्तिजनक स्लोगन लिखे मिले थे जिससे इन छात्रों में और नाराजगी है और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग भी कर रहे हैं। आपको बता दें कि विरोध प्रदर्शन में शामिल शुभम, आशीर्वाद समेत तमाम छात्रों ने कुलपति को माफी मांगने को कहा है। हालांकि कुलपति के तरह से इस पर अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है।
वहीं इससे पहले इस संबंध में जारी आधिकारिक बयान में विश्वविद्यालय प्रशासन ने हंगामे को निंदनीय बताया था और कहा, ‘‘पंडित मदन मोहन मालवीय के मूल्यों व आदर्शों के अनुरूप स्थापित इस विश्वविद्यालय में किसी भी आधार पर, किसी के साथ भी भेदभाव का कोई स्थान नहीं है।’’