केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार (01 मार्च) को पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। उन्होंने कोलकाता में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के 29 स्पेशल कंपोजिट ग्रुप कॉम्पलेक्स का उद्घाटन किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज एक साथ लगभग 245 करोड़ रुपये की अलग-अलग योजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ है। बता दें, एनएसजी भारत के गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एक आतंकवाद विरोधी इकाई है। ऑपरेशन ब्लू स्टार, अक्षरधाम मंदिर हमला और इंदिरा गांधी की हत्या को देखते हुए 15 अक्टूबर 1984 में इसका गठन किया गया था।
अमित शाह ने कहा कि पांच साल के अंदर एनएसजी ने भारत सरकार से जो अपेक्षाएं रखी हैं, वो सारी की सारी अपेक्षाओं की पूर्ति मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार सुनिश्चित रूप से करेगी। हम आपको अच्छे आवास प्रदान दे सकते हैं, सरकार आपके परिवारों की जरूरतों का ध्यान रख सकती है, आपको आधुनिक उपकरण और तकनीक प्रदान कर सकती हैं, लेकिन युद्ध बहादुरी से जीते जाते हैं, उपकरण से नहीं। आपकी बहादुरी ने युद्ध जीते, उपकरणों के टुकड़े सिर्फ एक भूमिका निभाते हैं। उपकरण और प्रौद्योगिकी कभी भी इस बहादुरी की जगह नहीं ले सकते।
गृहमंत्री ने कहा कि एनएसजी ने अपनी स्थापना से आज तक अपने जवानों के सर्वोच्च बलिदान से न केवल सरकार बल्कि देश और दुनिया में और विशेषकर भारतीय जनता में एक भरोसा अर्जित करने में बड़ी सफलता प्राप्त किया है। मुंबई हमलों के बाद देश ने एनएसजी के नेटवर्क का विस्तार करने का फैसला किया। एनएसजी ने धीरे-धीरे पूरे देश में अपनी उपस्थिति साबित की है। आज के उद्घाटन के बाद समन्वय और बेहतर होगा।
उन्होने कहा कि पीएम मोदी नेतृत्व में हम 'आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस' की नीति का पालन कर रहे हैं और एनएसजी इसको लेकर अग्रणी भूमिका निभाती है। जो लोग राष्ट्र को विभाजित करना चाहते हैं और अशांति फैलाना चाहते हैं उन्हें एनएसजी से डरना चाहिए। यदि फिर भी वे नहीं मान रहे हैं तो उनसे लड़ना और उन्हें हराना एनएसजी की जिम्मेदारी है।