बेंगलुरू, 28 मई प्रशासन में कथित हस्तक्षेप को लेकर कुछ पार्टी नेताओं द्वारा बार-बार निशाना साधे जाने के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के बेटे एवं प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने अपने खिलाफ इस तरह के आरोपों को शुक्रवार को राजनीति से प्रेरित करार दिया।
उन्होंने दावा किया कि किसी भी मंत्री ने उन पर हस्तक्षेप का आरोप नहीं लगाया।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘येदियुरप्पा अपने 30-40 साल के राजनीतिक संघर्ष और लाखों पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रयासों के कारण मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने विधायक, विपक्ष के नेता, उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में राज्य और यहां की जनता की सेवा की है। वह जानते हैं प्रशासन कैसे चलाना है।’’
उन्होंने यहां पत्रकारों से बात करते हुए इस तरह के बयानों को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा, ‘‘किसी भी मंत्री ने मुझ पर हस्तक्षेप का आरोप नहीं लगाया है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में मैं अपनी जिम्मेदारियों से अवगत हूं और अपने तरीके से राज्य की सेवा कर रहा हूं। ..मैं अपनी कार्य सीमा के भीतर भाजपा उपाध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहा हूं।’’
यह पूछे जाने पर कि उन पर बार-बार हस्तक्षेप का आरोप क्यों लगाया जा रहा है, विजयेंद्र ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘... बहुत से लोगों का मेरे प्रति बहुत प्यार है और जब वह प्यार बढ़ता है, तो वे इस तरह के बयान देते हैं।’’
मुख्यमंत्री के छोटे बेटे पर्यटन मंत्री सी पी योगेश्वर द्वारा उनके ऊपर परोक्ष रूप से किए गए हमले के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
योगेश्वर ने बृहस्पतिवार को कहा था, ‘‘मैं एक मंत्री हूं। मैं यह स्वीकार नहीं करूंगा कि मेरा बेटा मेरी शक्तियों का प्रयोग करे। उसी तरह, कोई और मेरे अधिकार क्षेत्र में शक्ति का प्रयोग करे या मेरे नाम से काम करे वह मुझे व्यक्तिगत रूप से अच्छा नहीं लगेगा।’’ योगेश्वर के इस बयान को विजयेंद्र के संदर्भ के रूप में देखा जा रहा है।
इससे पहले भी भाजपा के कई नेता खासकर वरिष्ठ विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने विजयेंद्र पर प्रशासन में दखल देने का खुला आरोप लगाया है।
इसे पार्टी के भीतर येदियुरप्पा के नेतृत्व के खिलाफ बढ़ते असंतोष के मुख्य कारणों में से एक के रूप में भी देखा जा रहा है।
योगेश्वर के नयी दिल्ली दौरे से मुख्यमंत्री बदलने के प्रयासों के बारे में नयी अटकलें शुरू हो गई थीं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके दौरे का राज्य में नेतृत्व परिवर्तन से कोई लेना-देना नहीं है।
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