दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण के गहराते संकट से निपटने के लिये किये जा रहे उपायों और हवा की गुणवत्ता में लगातार गिरावट के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव और कैबिनेट सचिव ने रविवार देर शाम उच्च स्तरीय बैठक की है। इस बैठक में दिल्ली के अधिकरियों के अलावा पंजाब और हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए हिस्सा लिया।
इस दौरान एनसीआर और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में गंभीर वायु प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा की गई। वहीं, कैबिनेट सचिव दैनिक आधार पर इन राज्यों की स्थिति की निगरानी करेंगे। राज्यों के मुख्य सचिवों को लगातार अपने-अपने राज्यों के विभिन्न जिलों में स्थिति की निगरानी करने के लिए कहा गया है।
इसके अलावा वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में लगभग 300 टीमें को लगाई गई हैं। वही, आवश्यक मशीनें राज्यों में वितरित की गया है। साथ ही साथ एनसीआर में सात इंडस्ट्रियल क्लस्टर और प्रमुख यातायात गलियारों पर ध्यान दिया गया है। केंद्र प्रदूषणकारी इकाइयों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और निर्माण गतिविधियों के अलावा कचरे न जले इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
दिल्ली और नोएडा सहित अन्य इलाकों में स्थानीय प्रशासन ने वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य कारणों से मंगलवार को ही आपात स्थिति घोषित कर दी थी। रविवार को प्रदूषित हवाओं से धुंध बढ़ने के बाद दृश्यता में कमी आने के कारण दिल्ली में हवाई यातायात प्रभावित हुआ। इस कारण से दिल्ली आने वाली 37 उड़ानों का रूट बदलना पड़ा।