नागपुर: देश के आकाश की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. भारतीय वायुसेना के हर सदस्य को व्यावसायिकता, सुरक्षा और दक्षता के उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए राष्ट्र की रक्षा के लिए तत्पर रहना चाहिए. यह बात वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने नागपुर में शुक्रवार को आयोजित मेंटेनेंस कमांड कमांडर्स कॉन्क्लेव के दौरान कही.
वायुसेना प्रमुख 16 और 17 अक्तूबर को वायुसेना नगर, नागपुर में आयोजित दो दिवसीय कॉन्क्लेव की अध्यक्षता कर रहे थे. आगमन पर एयर चीफ मार्शल सिंह का स्वागत एयर मार्शल वी.के. गर्ग, एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, मेंटेनेंस कमांड ने किया. इस अवसर पर उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया.
"स्वदेशी तकनीकी विकास के माध्यम से क्षमता संवर्धन” विषय पर केंद्रित इस कॉन्क्लेव में आत्मनिर्भरता, स्वदेशीकरण और महत्वपूर्ण संपत्तियों के दीर्घकालिक रखरखाव पर जोर दिया गया. सम्मेलन में देशभर के कमांडरों ने परिचालन, रखरखाव और रसद से जुड़ी चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया और मिशन की तैयारी एवं बेड़े की उपलब्धता बढ़ाने के लिए नवीन समाधान साझा किए.
वायुसेना प्रमुख को अनुरक्षण कमान की उन पहलों से अवगत कराया गया, जिनका उद्देश्य विदेशी उपकरण निर्माताओं पर निर्भरता कम करना, प्रणाली की विश्वसनीयता और आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता बढ़ाना है. उन्होंने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अनुरक्षण कमान के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि, इन पहलों से भारतीय वायुसेना की परिचालन तत्परता और राष्ट्रीय दृष्टिकोण दोनों को मजबूती मिली है.