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बंगाल में अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में 9 लोगों की मौत, CID ने शुरू की जांच, भाजपा ने कहा- एनआईए जांच करे

By अनिल शर्मा | Updated: May 17, 2023 08:12 IST

इससे पहले, बीस मार्च को दक्षिण 24 परगना जिले के महेशतला में एक पटाखा इकाई में आग लगने से तीन लोगों की जान चली गयी थी। दिसंबर, 2022 में पूर्वी मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी। 

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ठळक मुद्देएसपी अमरनाथ के ने कहा कि यह एक अवैध सट्टेबाजी की फैक्ट्री थी। इस फैक्ट्री के खिलाफ पहले भी 3 से 4 मामले दर्ज हो चुके हैं, इस पर कई बार छापेमारी की गई।राज्य सरकार के निर्देश पर अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

पूर्वी मेदिनीपुरः पश्चिम बंगाल में पूर्वी मेदिनीपुर जिले के इगरा में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को हुए विस्फोट में 9  लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बुधवार को कहा कि विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि जिस आवास में यह फैक्ट्री चल रही थी, वह ढह गया। विस्फोट मंगलवार सुबह करीब 11 बजे एगरा थाना क्षेत्र के खादिकुल गांव में हुआ था।

इस बीच, राज्य सरकार के निर्देश पर अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने घटना की जांच शुरू कर दी है। वहीं भाजपा ने इस घटना की राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से जांच कराने की मांग की है और इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है।

पूर्वी मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमरनाथ के ने कहा कि "यह एक अवैध सट्टेबाजी की फैक्ट्री थी। इस फैक्ट्री के खिलाफ पहले भी 3 से 4 मामले दर्ज हो चुके हैं। इस पर कई बार छापेमारी की गई, लेकिन आरोपी इसे संचालित करता रहा, वह फरार हो गया। एसपी ने कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं, जिसकी पहचान कृष्णापाड़ा बाग उर्फ के रूप में हुई है।

सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार द्वारा मामला सीआईडी को सौंपे जाने के बाद कोलकाता से अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की एक टीम मंगलवार रात 9.45 बजे मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से जांच शुरू की। एसपी ने कहा, "अब तक 9 शव बरामद किए गए हैं और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस घटना में कोई और मारा गया था। इस घटना में गंभीर रूप से घायल दो लोगों को कोलकाता के एगरा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से एसएसकेएम रेफर किया गया है।" 

ग्रामीणों ने कहा कि पूरा घटनास्थल युद्ध क्षेत्र जैसा नजर आ रहा था और चारों तरफ लोगों के शरीर के चिथड़े पड़े थे और मलबा बिखरा हुआ था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, पश्चिम बंगाल-ओडिशा सीमा के पास एक गांव में एक मकान में यह अवैध पटाखा विनिर्माण इकाई चल रही थी। वहां बनाये जाने वाले पटाखे ओडिशा भेजे जाते थे। स्थानीय श्रमिक वहां काम करते थे।

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने कहा कि इस घटना में जान गंवाने वालों के निकटतम परिजनों को ढाई-ढाई लाख रुपये तथा घायलों को एक-एक लाख रुपये दिए जायेंगे तथा राज्य सरकार उनके इलाज का खर्च उठायेगी। एनआईए जांच की भाजपा की मांग पर बनर्जी ने कहा, हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है। यह उनके नेताओं का जिला है, इसलिए उनके कुछ फार्मूले हैं। जांचकर्ताओं को पता लगाने दीजिए।

पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी पूर्वी मेदिनीपुर जिले से ही ताल्लुक रखते हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि ध्वस्त हुए मकान में गुप्त चैंबर से विस्फोटक सामग्री की बोरियां मिली हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में पाया गया है कि इस घटना में जान गंवाने वाले सभी पांच व्यक्ति एवं घायल सभी सात लोग फैक्ट्री के कामगार थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इगरा थाने के स्थानीय पुलिस प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि उन्हें इस क्षेत्र में अवैध पटाखा विनिर्माण इकाई चलने की जानकारी नहीं थी। बनर्जी ने कहा कि इस अवैध पटाखा विनिर्माण इकाई का मालिक मंगलवार के विस्फोट के बाद ओडिशा भाग गया। उन्होंने कहा कि मालिक को यह फैक्ट्री चलाने को लेकर पिछले साल अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था।

उन्होंने कहा, मैं पुलिस से उसका विवरण ओडिशा पुलिस से साझा करने को कहूंगी, ताकि उसे तत्काल गिरफ्तार किया जाए। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने दावा किया कि जिस पंचायत क्षेत्र में यह विस्फोट हुआ है, वहां का संचालन भाजपा-समर्थित एक निर्दलीय नेता करता है तथा तृणमूल कार्यकर्ताओं को उस गांव में घुसने नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा कि जब पुलिसकर्मी उस गांव में गये तो उन पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा और माकपा लोगों को पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने के लिए उकसाती रही हैं तथा अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल विस्फोटकों का ढेर बन गया है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल सी वी आनंद बोस से इगरा विस्फोट की एनआईए जांच कराने की अपील की। उन्होंने यह भी मांग की कि इलाके में केंद्रीय सुरक्षाबल तत्काल तैनात किये जाएं, क्योंकि इस बात का डर है कि कहीं पश्चिम बंगाल पुलिस शवों को अवैध रूप से अन्यत्र न पहुंचा दे।

अधिकारी ने ट्वीट किया, पूर्वी मेदिनीपुर में इगरा के सहारा गांव में स्थानीय तृणमूल नेता कृष्णपाडा बाग के घर में भीषण विस्फोट हुआ। मुझे जमीनी स्तर से खबर मिल रही है कि हताहतों की संख्या बहुत अधिक है। तत्काल केंद्रीय बलों को तैनात किया जाए, क्योंकि ममता की पुलिस मृतकों के शव अवैध रूप से अन्यत्र ले जा रही है।

गौरतलब है कि इससे पहले, बीस मार्च को दक्षिण 24 परगना जिले के महेशतला में एक पटाखा इकाई में आग लगने से तीन लोगों की जान चली गयी थी। दिसंबर, 2022 में पूर्वी मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गयी थी। 

भाषा इनपुट के साथ

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