7वां वेतन आयोग: इन कर्मचारियों की सैलरी में होगा हजारों रुपए का इजाफा, रेलवे मिनिस्ट्री ने दिया आदेश
By स्वाति सिंह | Updated: August 18, 2019 14:44 IST2019-08-18T14:41:00+5:302019-08-18T14:44:13+5:30
1 जनवरी 2016 से पहले जितने लोको पायलट की तैनाती हुई थी। उनके प्रमोशन के बाद चीफ लोको इंस्पेक्टर बनाया गया था। लेकिन इसके बावजूद उनकी सैलरी 1 जनवरी 2016 के बाद भर्ती लोको पायलट से कम थी।

1 जनवरी 2016 के बाद से भर्ती हुए कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के तहत लाभ मिल रहा है लेकिन इससे पहले भर्ती होने वाले कर्मचारी इस सुविधा से वंचित हैं।
1 जनवरी 2016 के पहले प्रमोशन पाने वाले कर्मचारियों के वेतन में हजारों रुपए का इजाफा होने वाला है। दरअसल, 1 जनवरी 2016 के बाद भर्ती हुए जूनियर अफसरों को सैलरी कम मिल रही थी। इस खामी जल्द दूर करने के लिए रेलवे मिनिस्ट्री ने आदेश दिया है।
जी बिजनेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक 1 जनवरी 2016 से पहले जितने लोको पायलट की तैनाती हुई थी। उनके प्रमोशन के बाद चीफ लोको इंस्पेक्टर बनाया गया था। लेकिन इसके बावजूद उनकी सैलरी 1 जनवरी 2016 के बाद भर्ती लोको पायलट से कम थी।
बताया जा रहा है कि इसका कारण यह है कि 1 जनवरी 2016 के बाद से भर्ती हुए कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के तहत लाभ मिल रहा है लेकिन इससे पहले भर्ती होने वाले कर्मचारी इस सुविधा से वंचित हैं। इसके चलते अब सीनियर कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे सीनियर स्टाफ की सैलरी में हजारों रुपए की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
बता दें कि सातवें वेतन के तहत लोको इंस्पेक्टर का पे मैट्रिक्स लगभग 74000 रुपए माह मिलता है, जबकि चीफ लोको इंस्पेक्टर का मैट्रिक्स 78000 रुपए तय हुआ था। उधर, लोको पायलट एक्सप्रेस का मैट्रिक्स 74000 रुपए माह था और लोको पायलट पैंसजरकी बेसिक 65000 रुपए थी।