76th Republic Day: आज भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। दिल्ली के कर्त्तव्य पथ पर प्रतिष्ठित परेड समारोह का आयोजन किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को लेकर औपचारिक बग्गी में सवार होकर कर्त्तव्य पथ पर पहुंची और औपचारिक मार्च पास्ट के दौरान सलामी लीं, जिसमें सशस्त्र बल, अर्धसैनिक बल, सहायक नागरिक बल, एनसीसी और एनएसएस की इकाइयां शामिल हैं।
यह दिन भारत के संविधान के लागू होने की 75वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गणतंत्र दिवस पर लोगों को शुभकामनाएं दीं।
गौरतलब है कि राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल अपने-अपने राज्य की राजधानियों में उत्सव के साथ इस दिन को मना रहे हैं।
वहीं, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से पोस्ट कर लिखा, ""जैसा कि हम अपनी स्वतंत्रता शताब्दी की अंतिम तिमाही में प्रवेश कर रहे हैं, आइए हम राष्ट्र प्रथम के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता के साथ 2047 में #विकसितभारत को साकार करने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ काम करें।"
उन्होंने लिखा कि आइए हम सामाजिक सद्भाव, पारिवारिक मूल्यों, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी भावना और नागरिक कर्तव्यों के अपने सभ्यतागत लोकाचार को पोषित करें और उसका पोषण करें।
हमारे युवाओं को आशा और संभावना की प्रचलित भावना को अनुकूलित करते हुए इस परिवर्तनकारी यात्रा का नेतृत्व करना चाहिए।
दिल्ली में हर साल गणतंत्र दिवस की परेड का आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों लोगों की भीड़ जुटती है।
इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ पर कई किलोमीटर की दूरी तय करती है। उपस्थित लोग देश भर से रंग-बिरंगी, भव्य झांकियों और सांस्कृतिक प्रदर्शनों का आनंद लेते हैं, साथ ही देश के सशस्त्र बलों की विभिन्न टुकड़ियों द्वारा मार्च और फॉर्मेशन भी देखते हैं।
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान को अपनाने की याद दिलाता है। हालाँकि भारत को 1947 में औपनिवेशिक शासन से आज़ादी मिली थी, लेकिन भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 तक लागू नहीं हुआ था। संविधान को अपनाने के साथ ही भारत ने खुद को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राज्य घोषित कर दिया।