आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के बाद अब छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में गैस लीक का मामला सामने आया है। रायगढ़ जिले की एक पेपर मिल में जहरीली गैस की चपेट में आने से सात मजदूर बीमार हो गए हैं। रायगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने गुरुवार को बताया कि जिले के तेतला गांव में स्थित शक्ति पेपर मिल में बुधवार शाम जहरीली गैस की चपेट में आने से सात मजदूर बीमार हो गए। सिंह ने बताया कि बुधवार को मजदूर एक टंकी की सफाई कर रहे थे कि तभी वे गैस की चपेट में आ गए। लेकिन मिल के मालिक ने इस घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी और मजदूरों को अस्पताल में भर्ती करा दिया। आज जब अस्पताल प्रबंधन ने इसकी जानकारी पुलिस को दी तो तब मामला सामने आया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन के कारण मिल बंद थी। मिल मालिक मिल चालू करने के लिए सफाई का कार्य कर करा रहा था। इसी दौरान यह हादसा हुआ। सफाई के दौरान सात मजदूर किसी जहरीली गैस के संपर्क में आए और बीमार हो गए। घटना के बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। बाद में इनमें से तीन की हालत गंभीर होने पर उन्हें रायपुर भेज दिया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद फॉरेंसिक विशेषज्ञों के दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है जिससे घटना के कारणों के बारे में जानकारी मिल सके। जल्द ही इस संबंध में मामला दर्ज किया जाएगा।
इससे पहले गुरुवार तड़के आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक संयंत्र से हुए गैस रिसाव से 11 लोगों की मौत हो गई है। विशाखापट्टनम के पास गोपालपत्तनम के तहत आने वाले वेंकेटपुरम गांव में स्थित एलजी पॉलिमर्स लिमिटेड के संयंत्र से स्टीरिन गैस के रिसाव के कारण सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। विशाखापट्टनम के किंग जॉर्ज अस्पताल में कम से कम 246 लोगों का इलाज चल रहा है और उनमें से 20 वेंटिलेटर पर हैं।