कोलकाता: कोलकाता में 69 साल के एक डॉक्टर की कोरोना से सोमवार रात एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। जाने-माने ऑर्थोपेडिक को 14 अप्रैल को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एक सूत्र के अनुसार 'वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और 17 अप्रैल से वेंटिलेटर पर थे। उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी और आखिरकार सोमवार रात 9.15 बजे उनकी मौत हो गई।'
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले रविवार को भी कोरोना ड्यूटी पर काम कर रहे एक सीनियर डॉक्टर की इसी अस्पताल में मौत हो गई थी। वे भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
बेलियाघाटा संक्रामक रोग अस्पताल में पश्चिम बंगाल हेल्थ सर्विसेज के सहायक निदेशक (इक्यूपमेंट एंड स्टोर्स) डॉक्टर बिप्लब कांति दासगुप्ता को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें साल्ट लेक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था, जहां 60 वर्षीय डॉक्टर की मृत्यु हो गई।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने जताया था शोक
डॉक्टर बिप्लब कांति दासगुप्ता के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शोक जताया था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, 'स्वास्थ्य सेवा विभाग के सहायक निदेशक डॉक्टर बिप्लब कांति दासगुप्ता का आज सुबह निधन हो गया। उनके निधन से हमें गहरा दुख हुआ है। मानवता के लिए उनका बलिदास सदैव हमारे दिल में रहेगा। हमारे कोरोना स्वास्थ्य योद्धा और मजबूती से कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। मेरी संवेदनाएं दासगुप्ता के परिवारजनों के साथ हैं।'
राज्य में बढ़े कोरोना पॉजिटिव मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के अब तक कुल 697 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 20 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 109 लोग ऐसे हैं जोकि या तो ठीक ही गए हैं या फिर उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।