नई दिल्लीः ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान ‘‘विशिष्ट बहादुरी’’ और ‘‘अद्वितीय साहस’’ का प्रदर्शन करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 16 कर्मियों को वीरता पदक से सम्मानित किया गया है। अर्धसैनिक बल बीएसएफ देश के पश्चिमी हिस्से में भारत-पाकिस्तान सीमा की रक्षा करने का दायित्व निभा रहा है। बीएसएफ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘इस स्वतंत्रता दिवस पर 16 बहादुर सीमा प्रहरियों को ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान दृढ़ और अडिग रहने, उनकी विशिष्ट बहादुरी और अद्वितीय साहस के लिए वीरता पदक से सम्मानित किया जा रहा है। उसने कहा, ‘‘पदक भारत की पहली रक्षा पंक्ति: सीमा सुरक्षा बल में व्यक्त राष्ट्र के विश्वास और भरोसे का प्रमाण हैं।’’ पदक विजेताओं में एक डिप्टी कमांडेंट रैंक के अधिकारी, दो सहायक कमांडेंट और एक इंस्पेक्टर शामिल हैं।
ऑपरेशन सिन्दूर के तहत भारत ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में सात से 10 मई तक पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
केंद्रीय, राज्य बलों के 1,090 पुलिस कर्मियों के लिए सेवा पदक की घोषणा
केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता दिवस से पहले, बृहस्पतिवार को विभिन्न केंद्रीय और राज्य बलों के 1,090 पुलिस कर्मियों के लिए सेवा पदक की घोषणा की। केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, 233 कर्मियों को वीरता पदक से, 99 कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और 758 कर्मियों को सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।
मंत्रालय ने कहा, इसमें अग्निशमन, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा तथा सुधारात्मक सेवाओं के कर्मियों के लिए पदक शामिल हैं। वीरता पदकों में से अधिकतम 152 पदक जम्मू-कश्मीर में अभियानों में शामिल सुरक्षा कर्मियों को देने की घोषणा की गयी है। इसके बाद 54 पदक नक्सल विरोधी अभियानों में तैनात सैनिकों को, तीन पूर्वोत्तर में ड्यूटी के लिए और 24 पदक अन्य क्षेत्रों में दिए गए हैं।
मंत्रालय के बयान के अनुसार, चार अग्निशमन सेवा कर्मियों और एक होम गार्ड व नागरिक सुरक्षा अधिकारी को भी वीरता पदक से सम्मानित किया गया है। वीरता पदक जीवन और संपत्ति को बचाने या अपराध को रोकने या अपराधियों को गिरफ्तार करने में बहादुरी के दुर्लभ विशिष्ट कार्य के आधार पर प्रदान किया जाता है। राष्ट्रपति पदक सेवा में विशिष्ट प्रतिष्ठित रिकॉर्ड के लिए और सराहनीय सेवा पदक को कर्तव्य के प्रति समर्पण जैसी मूल्यवान सेवा के लिए प्रदान किया जाता है।