लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आज (शनिवार) को कोरोना संक्रमण के 159 नए मामले सामने आए हैं। इस तरह राज्य में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 2487 तक पहुंच गई है। इसके अलावा, प्रदेश में 698 मरीज कोरोना से ठीक हो गए हैं जबकि प्रदेश में 43 अन्य लोग संक्रमण के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी है।
यूपी के प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कुल 159 नये मामले आये हैं। अब तक 698 लोग पूर्णतया ठीक होकर घरों को जा चुके हैं और 43 लोगों की मौत हुई है।'' प्रसाद ने बताया कि कुल मामलों की संख्या 2487 है जो 64 जिलों से हैं।
छह जिलों में अब किसी का भी कोरोना वायरस से संक्रमण का इलाज नहीं चल रहा है। उन्होंने बताया कि कल प्रयोगशालाओं में 3,356 नमूने भेजे गये और प्रयोगशालाओं ने 4,431 नमूनों का परीक्षण किया। पृथकवास वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या 1,841 है जबकि संस्थागत पृथकवास केंद्र में 11, 769 लोगों को रखा गया है। प्रमुख सचिव ने बताया कि कल 11 प्रयोगशालाओं द्वारा 331 पूल टेस्टिंग की गयी। इसमें कुल 1,607 नमूनों की जांच की गई।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के बहर से जो कामगार और श्रमिक हमारे यहां आएंगे, आने के बाद पहले उनकी जांच की जाएगी। जो स्वस्थ पाये जाएंगे, उन्हें घर पर ही पृथकवास में 21 दिनों के लिए भेजा जाएगा। उनके घर के आगे एक 'फ्लायर' लगाया जाएगा, जिस पर तारीख लिखी होगी। प्रसाद ने कहा कि जिन श्रमिकों में कोरोना संक्रमण को लेकर थोडे़ बहुत लक्षण होंगे, उन्हें वहीं रोककर जांच कराएंगे। अगर कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि हुई तो उन्हें तत्काल पृथकवास वार्ड में भेजा जाएगा।
संक्रमण की पुष्टि नहीं होने पर सात दिनों के लिए रोका जाएगा और सात दिन के बाद फिर जांच होगी। अगर जांच रिपोर्ट निगेटिव आई तो उन्हें 14 दिन के लिए घर में ही पृथकवास में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में चूंकि बडी संख्या में लोग घर में ही पृथकवास में जाएंगे इसलिए गांवों में ग्राम पंचायत के स्तर पर उनकी देखरेख में 'ग्राम निगरानी समिति' बनेगी, जिसमें आशा कार्यकर्ता, थाने के चौकीदार और युवक मंगल दल के प्रतिनिधि होंगे और जो इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि घर में ही पृथक रखे गए लोग नियमों का सख्ती से अनुपालन करें।
प्रसाद ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 'मोहल्ला निगरानी समिति' स्थानीय सभासद के नेतृत्व में बनायी जाएगी जो सुनिश्चित करेगी कि लोग घर में पृथकवास का कड़ाई से पालन करें। अगर किसी तरह के लक्षण किसी में आते हैं तो तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया जाएगा । उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में बच्चों के टीकाकरण और प्रतिरक्षण की व्यवस्था रूक गयी थी। आज से पूरे प्रदेश में टीकाकरण और प्रतिरक्षण को शुरू कर दिया गया है। बच्चों का टीकाकरण आज से शुरू हो गया।