नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली सरकार के राजीव गांधी अस्पताल में स्टेंट डालने और एंजियोग्राफी के बाद पिछले दो सालो में 101 मरीज़ों की मौत हो चुकी है। इसको लेकर केजरीवाल सरकार ने जांच कमेटी का गठन किया है। भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर हमला किया है।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस मामले पर मंगलवार को ट्विटर पर लिखा, 'अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में मौत मुफ़्त बाँट रही है। सरकारी अस्पताल में स्टेंट डालने और एंजियोग्राफ़ी के बाद पिछले दो साल में 101 मरीज़ों की मौत हुई। “अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था” के ढोंग की पोल खुल गयी। दिल्ली भगवान भरोसे चल रही है।'
दरअसल, दिल्ली में इस समय विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है। बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान बीजेपी विधायक जितेंद्र महाजन ने स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन से सवाल पूछा कि दिल्ली सरकार के राजीव गांधी अस्पताल में स्टेंट डालने के बाद कितने मरीज़ों की मौत हुई है? इस पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने जवाब देते हुये कहा कि पिछले दो सालों (2020-2021 ) में 218 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 101 मरीज़ ऐसे थे जिनकी मौत स्टेंट इम्प्लांटेशन, एंजियोग्राफ़ी के बाद हुई है।
इसके बाद बीजेपी विधायक जितेन्द्र महाजन ने स्वास्थ्य मंत्री से सवाल पूछा कि क्या इन मौतों की जांच के लिए किसी कमेटी का गठन भी किया गया है? इस पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि 10 मार्च को जांच समिति का गठन किया गया है जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है।