नियमित जिम जाने वालों को हार्ट अटैक का खतरा क्यों अधिक, जानिए देश के शीर्ष कार्डियक सर्जन ने क्या कहा...

By सतीश कुमार सिंह | Updated: October 30, 2021 19:52 IST2021-10-30T19:43:53+5:302021-10-30T19:52:01+5:30

पुनीत राजकुमार ने 2002 की फिल्म "अप्पू" में एक प्रमुख किरदार के रूप में अपनी शुरुआत की और इसके बाद "अभि", "मौर्य", "अजय" और "अरासु" सहित कई सफल फिल्में कीं। पुनीत टेलीविजन पर एक लोकप्रिय प्रस्तोता भी थे।

Regular Gym Goers at Risk of Heart Attack: Read What India's Top Cardiac Surgeon Has to Say | नियमित जिम जाने वालों को हार्ट अटैक का खतरा क्यों अधिक, जानिए देश के शीर्ष कार्डियक सर्जन ने क्या कहा...

हृदय रोग विशेषज्ञों के मुताबिक जिम में इंटेस वर्कआउट करने और हैवी वेट लिफ्टिंग वालों पर ज्यादा रिस्क है।

Highlightsसीने में दर्द की शिकायत करने पर पुनीत को विक्रम अस्पताल लाया गया था।आज लोग फिट रहने की चाह में जरूरत से ज्‍यादा ही एक्‍सरसाइज करते हैं। गंभीर रूप से वर्कआउट करना आपकी हार्ट के ल‍िए खतरनाक साबित हो सकता है। 

नई दिल्लीः ‘अप्पू’, ‘वीरा कन्नडिगा’ और ‘मौर्य’ जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले कन्नड़ सिनेमा के स्टार और टेलीविजन प्रस्तोता पुनीत राजकुमार का शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। अस्पताल ने यह जानकारी दी। वह 46 वर्ष के थे।

उनके परिवार में पत्नी अश्विनी रेवंत और दो बेटियां धृति और वंदिता हैं। उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि जिम में दो घंटे की कसरत के बाद सीने में दर्द की शिकायत करने पर पुनीत को विक्रम अस्पताल लाया गया था। कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई।

हैवी वेट लिफ्टिंग वालों पर ज्यादा रिस्क

ये तो सब ही जानते है क‍ि व्यायाम आपके लिए अच्छा है और आज लोग फिट रहने की चाह में जरूरत से ज्‍यादा ही एक्‍सरसाइज करते हैं। गंभीर रूप से वर्कआउट करना आपकी हार्ट के ल‍िए खतरनाक साबित हो सकता है। हृदय रोग विशेषज्ञों के मुताबिक जिम में इंटेस वर्कआउट करने और हैवी वेट लिफ्टिंग वालों पर ज्यादा रिस्क है।

फिट किसे माना जाता है? जो युवा है, एक स्वस्थ दिखने वाला शरीर है और नियमित रूप से जिम जाता है? कन्नड़ स्टार पुनीत राजकुमार के मामले देख सकते हैं। पिछले महीने अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला (41), और पिछले साल, अभिनेता चिरंजीवी सरजा (36) का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।

अब हर हफ्ते एक ऐसा मामला सामने आता

एशिया हार्ट इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. रमाकांत पांडा ने कहा कि 20-25 साल पहले हम 30 साल और उससे कम उम्र के लोगों में 6 महीने में एक बार दिल का दौरा पड़ने का मामला सामने आते थे, लेकिन अब हर हफ्ते एक ऐसा मामला सामने आता है।

पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित और भारत के सर्वश्रेष्ठ हृदय सर्जनों में से एक डॉ. पांडा ने जोर देकर कहा कि व्यायाम करने के अच्छे और बुरे प्रभाव होते हैं और यह इस पर निर्भर करता है कि कोई इसे कैसे करता है। युवाओं में इस वजह से भी हार्ट अटैक की समस्‍याएं बढ़ रही है।

फिजिकल वर्कआउट के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें डॉ. रमाकांत पांडा ने ठीक से काम करने के तरीकों को सूचीबद्ध किया। प्रमुख हृदय सर्जन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि शरीर को मध्यम स्तर के व्यायाम की आवश्यकता होती है। निम्न स्तर या उच्च स्तर की शारीरिक गतिविधि से प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं, जिनमें से हृदय रोग सूची में सबसे ऊपर हैं।

सही तरीके से व्यायाम कैसे करेंः

5-10 मिनट के लिए वार्म-अप करें

20-30 मिनट का व्यायाम

5-10 मिनट शरीर को ठंडा करने के लिए।

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की मध्यम शारीरिक गतिविधि करनी चाह‍िए। मध्यम व्यायाम में चलने, जॉगिंग या तैराकी जैसी गतिविधियां कर सकते हैं। शरीर को आराम देने की जरूरत है। ज्यादा करना सेहत के लिए सही नहीं हो सकता।

Web Title: Regular Gym Goers at Risk of Heart Attack: Read What India's Top Cardiac Surgeon Has to Say

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