भारत में हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य समाज में लड़कियों के महत्व को बढ़ावा देना है। महिला और बाल विकास मंत्रालय ने साल 2008 में इस दिवस को मनाने के फैसला किया था। राष्ट्रीय बालिका दिवस देश में लड़कियों और उनसे जुड़े मुद्दों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण आदि के बारे में जागरूकता फैलाता है।
वैसे तो सरकार द्वारा लड़कियों के बेहतर भविष्य के लिए कई योजनाओं पर काम हो रहा है लेकिन हम आपको इस दिवस के मद्देनजर एक ऐसी खास योजना की जानकारी दे रहे हैं जिसके जरिये आप अपनी बच्ची की बेहतर शिक्षा दिला सकते हैं। इतना ही नहीं इससे आपको बच्ची के बड़े हो जाने पर शादी की भी चिंता नहीं होगी। इस योजना का नाम है ' सुकन्या समृद्धि योजना'। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
अपनी बच्ची को दें सुकन्या 'समृद्धि योजना का तोहफा'केंद्र सरकार द्वारा शुरू एक स्कीम में केवल 250 रुपये प्रति महीने निवेश करने से आप एक बड़ा अमाउंट बना सकते हैं। इस स्कीम की शुरूआत केंद्र सरकार द्वारा साल 2015 में हुई। इस योजना का उद्देश्य लड़की के बेहतर भविष्य को बढ़ावा देना है। सुकन्या समृद्धि योजना छोटी बच्चियों के लिए एक तरह की स्मॉल डिपॉजिट स्कीम है।
इस योजना से जुड़ने के बाद आपको खाते में सालाना मिनिमम डिपॉजिट को 250 रुपये करना होगा है। पहले यह राशि 1,000 रुपये सालाना थी। यानि ये कि अब 250 रुपये न्यूनतम इन्वेस्टमेंट से ही आप अच्छा खासा अमाउंट जमा कर सकते हैं। इस अकाउंट को बच्ची या उसके पिता के नाम पर खुलवाया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरइस योजना के तहत 8.5 फीसदी का ब्याज दर देने का प्रावधान है, जिसकी गणना सालाना आधार पर की जाती है।
इतने पैसे करने होंगे जमाइस योजना में ग्रहाकों के लिए न्यूनतम निवेश राशि 250 रुपये और अधिकतम 1,50,000 का प्रावधान रखा गया है। इस योजना के तहत एक बच्ची के नाम पर केवल एक खाता खोला जा सकता है।
समय सीमाइस स्कीम के तहत केवल उन्हीं लड़कियों का खाता खोला जा सकता है, जिनकी उम्र 10 साल या उससे कम है। खाता खोलने के बाद वित्तीय वर्ष में न्यूनतम निवेश राशि 250 रुपये जामा नहीं किए जाने पर खाता बंद कर दिया जाएगा और जुर्माने के तौर पर 50 रुपये चुकाने पड़ेंगे।
आंशिक निकासीपिछले वित्तीय वर्ष के अंत में 50 प्रतिशत शेष राशि, खाता धारक की 18 वर्ष की आयु के बाद लिया जा सकता है। इसके बाद खाता धारक के 21 साल के होने पर खाता को बंद कर दिया जाएगा। वहीं, 18 साल की समाप्ति के बाद सामान्य समय से पहले बंद होने की अनुमति दी जाएगी, बशर्ते कि लड़की की शादी हो चुकी हो।