हृदय रोग को पछाड़ मौत के मामले में कैंसर बनी नंबर-1 बीमारी, कैंसर होने से पहले शरीर देता है ये 5 संकेत
By उस्मान | Published: September 4, 2019 11:03 AM2019-09-04T11:03:19+5:302019-09-04T11:33:30+5:30
विकसित देशों में मौत का सबसे बड़ा कारण कैंसर बन गया है। इन देशों में मौत का सबसे बड़ा कारण पहले हृदय संबंधी बीमारियां थीं लेकिन अब कैंसर सबसे बड़ा कारण बन गया है।
विकसित देशों में मौत का सबसे बड़ा कारण कैंसर बन गया है। वैश्विक स्तर पर किए गए दो सर्वेक्षणों में यह तथ्य सामने आया है। स्वास्थ्य संबंधी रुख को लेकर वैश्विक स्तर पर दशक भर पुराने दो सर्वेक्षणों के अनुसार, इन देशों में मौत का सबसे बड़ा कारण पहले हृदय संबंधी बीमारियां थीं लेकिन अब कैंसर सबसे बड़ा कारण बन गया है।
आकड़ों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर मध्यम उम्र के वयस्कों में मौत का सबसे बड़ा कारण अब भी हृदय संबंधी बीमारियां हैं। इनके कारण विश्वभर में 40 प्रतिशत से अधिक मौत होती हैं। ऐसा माना जता है कि वर्ष 2017 में इन बीमारियों से करीब एक करोड़ 77 लाख लोगों की मौत हुई।
'द लांसेट' चिकित्सकीय पत्रिका में प्रकाशित दो अध्ययनों के अनुसार विकसित देशों में हृदय संबंधी बीमारियों से नहीं, बल्कि कैंसर से सर्वाधिक लोगों की मौत हो रही है। क्यूबेक स्थित लावाल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गिल्स डेगानिस ने बताया कि अधिक आय वाले देशों में हृदय संबंधी बीमारियां मौत का सबसे बड़ा कारण नहीं हैं। डेगानिस ने कहा कि हृदय संबंधी बीमारियों की दर वैश्विक स्तर पर गिर रही है यानी 'कुछ ही दशकों में' कैंसर दुनिया भर में मौत का सबसे बड़ा कारण बन जाएगा।
भारत कैंसर के मामलों में तीसरे स्थान पर
चीन और अमेरिका के बाद भारत कैंसर के मामलों में तीसरे स्थान पर है। यहां हर साल एक लाख से ज्यादा नए कैंसर के मामले सामने आते हैं। देश में महिला के बीच कैंसर का अनुमान 0.7 मिलियन है। यहां हर आठ मिनट में एक महिला की सर्वाइकल कैंसर से मृत्यु हो जाती है।
शुरूआती लक्षणों को पहचानकर इलाज संभव
दुर्भाग्यवश कैंसर के लक्षणों का देर से पता चलता है और तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। हालांकि शुरुआती लक्षणों की पहचान करके और समय पर इलाज शुरू करने पर काफी हद आप इस बीमारी से निजात पा सकते हैं। कैंसर कई प्रकार के होते हैं और उनके लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। आमतौर पर कुछ कैंसर के लक्षण एक जैसे हो सकते हैं। हम आपको कैंसर होने से पहले मिलने वाली चेतावनियां के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें समय पर समझकर आप उपचार शुरू कर सकते हैं।
1) भूख में कमी
कभी-कभी भूख न लगना पाचन क्रिया खराब होने के वजह से हो सकता है लेकिन अगर आपको अक्सर यह समस्या रहती है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। कई दिनों तक भूख न लगना अच्छा संकेत नहीं माना जाएगा। यह पेट के कैंसर होने का संकेत हो सकता है।
2) सांस फूलना
तेज दौड़ने, सीढ़ी चढ़ने या भारी सामान उठाने की वजह से सां फूलना आम बात है लेकिन अगर थोड़ी बहुत शारीरिक मेहनत करने के बाद भी आप थक जाते हैं और सांस फूलने लगती है तो आपको जल्द से जल्द जांच करा लेनी चाहिए।
3) लंबे समय तक खांसी रहना
सर्दी-खांसी मौसम के बदलाव के कारण हो सकती है। लेकिन अगर यह समस्या दवा लेने पर भी ठीक न हो रही हो और तीन हफ्ते या उससे ज्यादा तक सर्दी-खांसी आपको बनी रहे, तो जल्दी ही इसकी जांच करानी चाहिए। यह टीवी, अस्थमा या कैंसर का लक्षण हो सकता है।
4) घाव का ठीक ना होना
अगर आपके शरीर के किसी अंग पर कोई घाव है और वो लंबे समय से ठीक नहीं हो रहा है, तो अपने डॉक्टर को बताना ही बेहतर होता है। नही तो यह एक बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है।
5) ब्लीडिंग होना
अगर आपको किसी प्रकार की ब्लीडिंग हो रही जैसे -शौच, पेशाब या थूक में, तो सावधान हो जाएं। भले ही यह कैंसर ना हो लेकिन यह आपके स्वास्थ के खराब होने का संकेत हैं। इसलिए आपको इस तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।