इन दिनों नवरात्र की पूजा शुरू हो चुकी है। इस दौरान लोग पूरे साफ-सफाई के साथ शुद्धता से जुड़े व्यंजन का सेवन करते हैं। व्यंजन पूरी तरह से शुद्ध हेल्दी होना चाहिए, लेकिन कभी-कभी जानकारी के अभाव में पता नहीं चलता कि व्रत में खाया गया व्यंजन कितना शुद्ध व हेल्दी है। इसके लिए शुद्धता का प्रतीक व 100% हेल्दी जीवो कनोला ऑयल पर विश्वास कर सकते हैं। यदि आप स्वास्थ्य के प्रति सचेत है तो कनोला आयल कारगर साबित हो सकता है।
इस ऑयल में कम मात्रा में सैचुरेटेड फैट (7 प्रतिशत), जैतून (15 प्रतिशत) की तुलना में बहुत कम है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। जिसकी वजह से दिल की बीमारी का खतरा कम हो जाता है। वही व्यंजन की बात करें तो कनोला ऑयल से निर्मित व्यंजन जो नेचुरल फ्लेवर से कई व्यंजनों को तैयार किया जा सकता है। इसमें मसालों के मिश्रण के बाद अपने अनुसार लाइट व स्पाइसी स्वाद चख सकते हैं। यह खाने को स्वादिष्ट के साथ हेल्दी भी बनाता है।
कनोला ऑयल में मोनो अनसैचुरेड फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है। यह खराब कोलस्ट्रॉल (एलडीएल), अच्छे कोलेस्ट्रॉल ( एचडीएल) की वृद्धि और मधुमेह रोगियों में ग्लाइसेमिक नियंत्रण में मदद करता है। इसके अलावा कनोला ऑयल सभी आवश्यक वसा में बढ़ोतरी करता है। और इसमें कोई ट्रांस फैट्स नही होता है और इसमें यूरिक और इकोसेनोइक एसिड का स्तर कम करता है।
साथ ही विटामिन ए, डी, ई और के का भी स्रोत है। इन सब खूबियों वाले कनोला ऑयल को हम नवरात्र में इस्तेमाल कर सकते हैं। बहरहाल, नवरात्रि के दौरान व्यंजन का बहुत कम विकल्प होते हैं ऐसे में कनोला आयल पकोड़े व टिक्की बनाने के लिए उपयोग कर सकते हैं | यह आपको हेल्दी और शुद्धता का एहसास कराएगा।